Bihar Politics : पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार राजनीति हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने गुरुवार को कहा कि मुख्यमंत्री के तौर पर मेरे कार्यकाल में 34 फैसले लिए गए. मेरे मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद मेरे सभी फैसलों को रोक दिया गया था लेकिन बाद में 25-26 फैसलों का नाम बदलकर सरकार ने लागू कर दिया। हमारा प्रयास रहेगा कि बाकी के फैसले को भी लागू किया जाए। वे पार्टी द्वारा आयोजित अनुसूचित जाति एवं जनजाति प्रकोष्ठ की बैठक में बोल रहे थे।
आपको बता दें कि मांझी को सीएम पद से हटाए जाने के बाद नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री बने हैं. तब से नीतीश लगातार मुख्यमंत्री हैं और मांझी की पार्टी भी उनकी मौजूदा सरकार में शामिल है. उनके बेटे भी सुमन मांझी सरकार में मंत्री हैं.
अगर हम सरकार बनाते हैं, तो हम सभी फैसलों को लागू करेंगे
जीतन राम मांझी ने कहा कि अगर हमारी सरकार बनी तो निश्चित तौर पर जितने भी फैसले लिए गए हैं उन पर अमल होगा, जिससे जनता के हर वर्ग को फायदा होगा. मांझी के बयान को उनकी पार्टी के मुख्यमंत्री बनने से जोड़ा जा रहा है, क्योंकि वह अभी भी सरकार में शामिल हैं. उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे अनुसूचित जाति जनजाति समाज के लोगों को पार्टी से जोड़ें तभी हम मजबूत होंगे और सत्ता में मुख्य भूमिका में होंगे. आज एकता की कमी के कारण हमारी उपेक्षा की जा रही है लेकिन आने वाले समय में हम अपने लोगों को एकजुट करने में अवश्य सफल होंगे। बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व मंत्री संतोष मांझी, प्रदेश अध्यक्ष भगवत लाल वैशाली, डॉ. दानिश रिजवान, प्रफुल्ल चंद्र समेत कई नेता मौजूद थे.
पीएम से मिलने वालों में मांझी भी होंगे शामिल
जाति जनगणना को लेकर 23 अगस्त को प्रधानमंत्री से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में जीतन राम मांझी भी शामिल होंगे. इसकी पुष्टि करते हुए हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि हमारी पार्टी लंबे समय से जाति जनगणना का मुद्दा उठा रही है। जब देश में बाघों और अन्य जानवरों की गिनती हो सकती है, तो प्रजातियों की गिनती होनी चाहिए।