BIHAR POLITICS IN LOCKDOWN:राज्य ब्यूरो, पटना। तालाबंदी के सवाल पर जदयू का हमला जारी है। लोकसभा में जदयू संसदीय दल के नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि कुछ दलों के नेताओं का दावा है कि राज्यपाल द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में तत्काल तालाबंदी की सलाह दी गई थी। उन्होंने गुरुवार को यहां कहा – विकास इंसां पार्टी के अध्यक्ष मुकेश साहनी को छोड़कर किसी भी नेता ने पूर्ण तालाबंदी की मांग नहीं की।
यदि आवश्यक हो तो लॉकडाउन लगाया जाना चाहिये
सिंह ने कहा कि वे सर्वदलीय बैठक की कार्यवाही जारी करने के लिए तैयार हैं। विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ। संजय जायसवाल ने सप्ताहांत कर्फ्यू की सिफारिश की थी। मतलब, शुक्रवार शाम से सोमवार सुबह तक नागरिक गतिविधियों पर प्रतिबंध। उस समय की स्थिति के अनुसार, सरकार ने रात कर्फ्यू लागू किया। समीक्षा के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तालाबंदी की घोषणा की। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ। मदन मोहन झा ने बैठक में कोई विशेष राय नहीं दी, जबकि उसी पार्टी के एक नेता सरकार की आलोचना कर रहे हैं। जब मुख्यमंत्री ने देखा कि कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन आवश्यक था, तो उन्होंने इसे लागू किया।
यह भी पढ़ें:-CORONA ALERT: SUPREME COURT ने कही बड़ी बात , कोरोना की तीसरी लहर के लिए तैयार रहने की जरूरत , बहुत ही होगा…
पिता के रास्ते पर ही तेजस्वी…
जदयू नेता ने कहा कि तेजस्वी प्रसाद यादव और कुछ नहीं, उनके पिता राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के रास्ते पर चल रहे हैं। लालू प्रसाद बिना कोई काम किए, सिर्फ भावनाएं भड़काकर शासन करते रहे। लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के 15 वर्षों के शासन के दौरान राज्य का बुनियादी ढांचा ध्वस्त हो गया। सरकारी अस्पतालों की हालत उसी समय बिगड़ गई, जिसे नीतीश सरकार ने ठीक किया। संकट के इस युग में तेजस्वी का कोई पता नहीं है। वे गुमशुदा हैं। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद और उनके परिवार के अन्य सदस्यों का राज्य के विकास से कोई संबंध नहीं है।
Also read:-ARMY IN ACTION: मरीजों के लिए राहत, सेना ने नॉर्थ ईस्ट से पटना के दो फील्ड अस्पतालों को शिफ्ट किया..