नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सत्तारूढ़ दलों भाजपा और जदयू पर सोची समझी नीति के तहत ज्वलंत मुद्दों पर आम लोगों का ध्यान आकर्षित करने का आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री के इशारे पर दोनों दलों के नेता एक-दूसरे पर कटाक्ष कर रहे हैं। इन नेताओं को बेड, डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मचारियों, ऑक्सीजन, चिकित्सा, टीके, वेंटिलेटर और उपचार की कमी से मरने वाले लाखों लोगों की परवाह नहीं है।
तेजस्वी ने राज्य सरकार पर कटाक्ष किया
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायक तेजस्वी यादव ने कहा कि संक्रमण के आंकड़ों को 20-30 गुना कम करके बता रही है। भाजपा-जदयू के लोग समझते हैं कि लोग हर दिन होने वाली हजारों जीवन ख़त्म होने के बारे में नहीं जानते हैं। विपक्ष के नेता ने कहा कि राज्य सरकार के पास न तो दिल है, न दिमाग, न जुनून और न ही संवेदना।
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राजनीति के कारण मर रहे लोगों की चिंता छोड़ ..
राजद नेता ने कहा कि अस्पतालों में बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के कारण लोग अपनी जान दे रहे हैं, लेकिन ये लोग अपनी राजनीति के कारण मर रहे लोगों की चिंता छोड़कर राज्य के लोगों का ध्यान आकर्षित करने में लगे हुए हैं। मैंने लोकसभा चुनावों में चेतावनी दी थी कि यह एक डबल इंजन नहीं है, बल्कि एक मुसीबत इंजन है। इस दोहरे इंजन से बिहारियों को क्या लाभ हुआ? इस डबल इंजन ट्रेन में 48 एनडीए सांसदों, पांच केंद्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, एनडीए के दो उप-मुख्यमंत्रियों में से कोई भी नहीं बता सकता कि बिहार को कम से कम मदद क्यों मिल रही है। बता दें कि बिहार में कोरोना को लेकर हुए बवाल के साथ ही उनके पिता और राजद सुप्रीमो लालू यादव भी हमलावर हैं। शुक्रवार को, लालू ने कहा कि सरकार जनता के साथ गद्दार कोविद से बड़ी महामारी है।