BIHAR POLITICS: –राज्य ब्यूरो, पटना। राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य की पूजा विधि पर सवाल उठाने से बिहार की राज्यसभा के सदस्य सुशील मोदी बुरी तरह घिर गए हैं। राजद ने बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के ट्वीट की आलोचना करते हुए उन पर धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक रूप से तोड़ने का आरोप लगाया है।
सोच और वैचारिक स्तर को समझें
राजद के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा है कि सुशील मोदी के राजनीतिक विरोध को लालू-तेजस्वी परिवार से समझा जा सकता है। लेकिन अगर वे उस परिवार के किसी गैर-राजनीतिक सदस्य और उनकी धार्मिक मान्यताओं का कटाक्ष करते हैं, तो उनकी सोच और वैचारिक स्तर को समझा जा सकता है।##AGAIN LOCKDOWN IN BIHAR : बेकाबू कोरोना के बीच क्या बिहार में लगेगा लॉकडाउन? इशारों-इशारों में सीएम नीतीश ने दिया बड़ा बयान
कोई भी उनके बयान को गंभीरता से नहीं लेता है
राजद नेता ने कहा कि धर्म सुशील मोदी के लिए राजनीतिक व्यवसाय का साधन हो सकता है, लेकिन दूसरों के लिए यह एक जीवन शैली है जो उनके विश्वास से भी संबंधित है। हालांकि कोई भी उनके बयान को गंभीरता से नहीं लेता है। फिर भी उनका यह ट्वीट राजनीतिक और सामाजिक प्रतिष्ठा का भी हनन करता है और धार्मिक आस्था को नकारता है।##BIG BREAKING: बिहार में अब पाबंदियां बढ़नी तय, लग सकता है नाइट कर्फ्यू, शादी में मेहमानों की संख्या भी घटेगी! 17 के बाद फैसला.।
रोहिणी के उपवास को लेकर सवाल उठाए गए
गौरतलब है कि चारा घोटाला मामले में जेल गए लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने पिता की रिहाई के लिए उपवास रखने की बात कही थी। रोहिणी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर इस घोषणा को साझा किया। इस बारे में सुशील मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद यादव न तो ठीक से हिंदू बन सकते हैं, न ही वे इस्लाम सीख सकते हैं। उन्होंने कहा था कि कोई भी धर्म गरीब-दलितों को सताने नहीं देता। यही नहीं, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने तंज करते हुए कहा कि लालू के जेल जाने के बाद उनका घर छठ जैसा पर्व पर पहले जैसा रौनक नहीं लगता।##BIHAR PANCHAYAT CHUNAV2021: इंतज़ार खत्म हुआ! बिहार पंचायत चुनाव की तारीखों का बड़ा अपडेट, किसी भी दिन घोषित हो सकता है?