Bihar politics:भड़के कुशवाहा ने खोला बड़ा राज,तेजस्वी को लेकर:साथ ही लगाम लगाने की दी सलाह

पटना,। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव को जनता दल यूनाइटेड के विधान पार्षद उपेंद्र कुशवाहा ने उनकी ही भाषा में जवाब दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के तेजस्वी के अभद्र भाषण पर कुशवाहा ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि तेजस्वी को सुनो, जुबान पर नियंत्रण रखो। उन्होंने एक बड़ा खुलासा यह भी किया कि तेजस्वी ने एक बार अपने पिता लालू प्रसाद यादव को शौचालय में बंद कर दिया था। ऐसे लोगों से क्या उम्मीद की जाए।

तेजस्‍वी के अमर्यादित बोल पर बोले उपेंद्र कुशवाहा

ज्ञात हो कि मंगलवार को बिहार विधानसभा में विपक्ष ने बड़ा हंगामा किया। हंगामा इतना बढ़ गया कि विपक्षी विधायकों को बाहर से पुलिस बुलाकर सदन से बाहर करना पड़ा। इसके बाद से वार-पलटवार का दौर जारी है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री के लिए अपरिहार्य शब्दों का इस्तेमाल किया। उपेंद्र कुशवाहा ने बुधवार को इसका जवाब दिया है।

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बर्दाश्‍त के बाहर की भाषा, जुबान पर लगाओ लगाम

 कुशवाहा ने कहा है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव अपने पिता की उम्र के समतुल्य मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति जिन शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं, वे बर्दाश्‍त के बाहर हैं। तेजस्वी को संबोधित करते हुए उन्‍होंने आगे कहा कि उन्‍होंने लगभग आजीवन लालू के विरोध की ही राजनीति की है, लेकिन उनको ‘ललूआ’ कहने वालों को मुंहतोड़ जबाव भी देते रहे हैं। ”तुमको भी मेरी सलाह है कि अपनी कब्र मत खोदो। जुबान पर लगाम रखो क्‍यों नौंवी फेल कहने वालों को खुद ही और मौका देते हो?”👉BIHAR POLITICS: कल बिहार विधान सभा में, आज विधान परिषद में हुआ हंगामा , MLC आपस में ही भीड़ें , CM नीतीश बिफरे, कहा-

लालू प्रसाद यादव को ही शौचालय में बंद किया था

कुशवाहा ने मीडिया को बताया कि अगर लालू आज जेल से बाहर होते, तो वह बेटों को समझाने की कोशिश करते, लेकिन बेटे यह नहीं कह सकते कि वे कितना मानते हैं। शायद उन्होंने बेटों का अपमान करने के बजाय चुप रहना उचित समझा होगा। तेजस्वी ने एक बार लालू प्रसाद यादव को शौचालय में बंद कर दिया था।

मुख्यमंत्री का अपमान बिहार की जनता का अपमान है

कुशवाहा ने आगे कहा कि लालू के बेटों ने भी राजद में बड़े नेताओं का अपमान किया है। रघुवंश प्रसाद सिंह और जगदानंद सिंह के उदाहरण आम हैं। महागठबंधन में रहते हुए, वह मेरा अपमान नहीं कर सकता था, लेकिन यह आदत है। मुख्यमंत्री का अपमान बिहार की जनता का अपमान है। इस लिहाज से वे अब जनता का भी अपमान करने लगे हैं।

Source-jagran