बिहार पंचायत चुनाव: सक्रिय हुए माफिया-अपराधी, असामाजिक तत्व मैदान में उतरना चाहते हैं, खुफिया विभाग का पुलिस को पत्र

जिले में पंचायत चुनाव से पहले खुफिया विभाग पहले ही जिला व पुलिस प्रशासन को विशेष सतर्कता बरतने की चेतावनी दे चुका है. इस संबंध में विशेष शाखा समेत अन्य खुफिया एजेंसियों ने भी अधिकारियों को कई दिशा-निर्देश दिए हैं। इसमें कहा गया है कि पंचायत चुनाव में बड़ी संख्या में असामाजिक तत्वों के भाग लेने की संभावना है. ऐसे में जिले के विभिन्न संवेदनशील स्थानों पर विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है.

ग्रामीण क्षेत्रों में चौकीदारों को हमेशा सक्रिय रखने और उनके साथ सूचनाओं के आदान-प्रदान पर भी बल दिया गया है। असामाजिक तत्वों की गतिविधियों की जानकारी लेने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में नियमित गश्त पर भी जोर दिया गया है.

सक्रिय होने लगे माफिया व अपराधी

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पत्र में इस बात की भी चर्चा है कि जिले में पंचायत चुनाव से पहले मुखिया और सरपंच की परेशानी बढ़ने लगी है. दरअसल, चुनाव से पहले जिले में माफिया और अपराधी सक्रिय होने लगे हैं, जिससे मुखिया और सरपंच से जुड़े मामले थाने तक पहुंचने लगे हैं. ज्ञात हो कि सारण समेत प्रदेश में जल्द ही पंचायत चुनाव होने हैं. बताया जा रहा है कि जिले में पंचायत चुनाव की हड़बड़ी के बीच अपराधी व माफिया भी सक्रिय होने लगे हैं, जिससे मुखिया व सरपंच व भावी उम्मीदवारों की टेंशन बढ़ने लगी है. ऐसे में पुलिस महकमे और खुफिया तंत्र की मुश्किलें भी बढ़ने लगी हैं.

चुनाव लड़ना चाहते हैं शराब माफिया

खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पंचायत चुनाव से पहले जिले के कई इलाकों में शराब माफिया भी सक्रिय होने लगे हैं. शराब माफिया पंचायत चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। अपने रुतबे के मुताबिक उन्होंने जिला परिषद से वार्ड सदस्य पद के लिए चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है. इस धंधे से जुड़े गांवों और मोहल्लों में शराब की होम डिलीवरी करने वाले भी अपने मालिक को विजय श्री दिलाने की होड़ में लगे हैं। माफिया के चुनावी मैदान में उतरने की चर्चा ने संभावित उम्मीदवारों में हड़कंप मचा दिया है.

पड़ोसी राज्य यूपी से मंगवाई जा रही है शराब

खुफिया विभाग की ओर से जिला व पुलिस प्रशासन को दी गई सलाह में कहा गया है कि पड़ोसी राज्य यूपी से शराब की खेप सारण आ रही है. पंचायत चुनाव में मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए बड़े पैमाने पर शराब का इस्तेमाल होने की आशंका जताई जा रही है. खुफिया सूत्रों ने यह भी कहा है कि चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए कई आपराधिक उम्मीदवार शराब के भंडारण में लगे हुए हैं. ऐसे में यूपी से लगी सीमा पर विशेष चौकसी बरतने की जरूरत है.