पटना : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ईवीएम के सबसे पुराने माडल-2 से मतदान की परेशानियां भी सामने आ रही हैं। स्थिति यह है कि मतदान के बाद जब गणना के समय कुछ बूथों की ईवीएम खुली ही नहीं। इस वजह से संबंधित पद व निर्वाचन क्षेत्र की मतगणना प्रभावित हो गई है। पंचायत चुनाव में प्रत्याशियों के बीच जीत हार मामूली अंतर होता है। ऐसे में कुछ बूथों के ईवीएम नहीं खुलने के कारण वहां के मतदान रद करते हुए फिर से चुनाव के निर्देश दिए गए हैं।
राज्य निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के अनुसार दूसरे चरण में 29 सितंबर को हूए मतदान के बाद एक और दो अक्टूबर को मतगणना के दौरान ईवीएम में त्रुटि की जानकारी आयोग को मिली। कैमूर के दुर्गावती प्रखंड के जिला परिषद सदस्य पद के लिए जब बूथ संख्या 147 के ईवीएम से मतों की गिनती शुरू हुई तो ईवीएम खुली ही नहीं। इसी प्रकार की शिकायत मधेपुरा जिला के मधेपुरा प्रखंड के ग्राम पंचायत मूरहो के मुखिया पद के प्रत्याशियों की मतगणना में भी देखने को मिली।
कुछ बूथों पर नहीं काम कर रही थी ईवीएम
औरंगाबाद जिले के नवीनगर प्रखंड के ग्राम पंचायत बैरिया में भी मुखिया प्रत्याशी पद की मतगणना के समय कुछ बूथों के ईवीएम काम ना करती पाई गई। तीनों जिलों से इस प्रकार की शिकायत के बाद आयोग ने तीनों जिलों में फिर से उन बूथों पर मतदान कराने के निर्देश दिए हैं जहां की ईवीएम काम नहीं की। गणना भी उसी दिन कराई जाएगी।