बिहार पंचायत चुनाव 2021: पहली बार एम-2 इवीएम से होगा पंचायत चुनाव, वीवीपैट का नहीं होगा उपयोग

औरंगाबाद। पंचायत आम निर्वाचन 2021 को लेकर जिले के अधिकारी लगातार कार्य कर रहे हैं। आज बिहार पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी हो जाएगी।  मतदान से लेकर मतगणना केंद्रों का निरीक्षण कर रहे हैं। प्रशिक्षण का दौर लगातार जारी है। उपनिर्वाचन पदाधिकारी जावेद एकबाल ने बताया कि इस पंचायत चुनाव में पहली बार इसीआइएल कंपनी के एम-2 माडल की मशीन का उपयोग होना है। पिछला विधानसभा चुनाव में भी पहली बार इसीआइएल के एम-3 माडल मशीन का उपयोग हुआ था। लोकसभा चुनाव में बेल के एम-2 माडल के इवीएम मशीन से चुनाव हुआ था। इन दोनों चुनावों में वीवीपैट मशीन का उपयोग हुआ था परंतु इस पंचायत आम निर्वाचन में वीवीपैट मशीन का उपयोग नहीं होना है।

इसीआइएल एम-2 मशीन की विशेषता

उपनिर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक मतदाता मशीन यानी इवीएम एक पोर्टेबल तथा माइक्रो कंट्रोलर आधारित उपकरण है। यह प्रचालन में सरल है एवं अल्प समय में ही संस्थापित किया जा सकता है। इसे एक विशेष पॉवर पैक बैट्री द्वारा चलाया जाता है। यह टेंपर से सुरक्षित और त्रुटिरहित है। मशीन में पोङ्क्षलग डेटा एक बार रिकार्ड हो जाने के बाद बरकरार रहता है चाहे पावर पैक निकाल क्यों न दी जाए। अवैध मतों के लिए कोई स्थान नहीं है। साथ ही इसमें मतदान आंकड़ों की गोपनीयता बनी रहती है। इवीएम तुरंत एवं एकदम सही गणना की सुविधा प्रदान करती है। इवीएम में प्रति यूनिट के लिए एक मत पत्र का उपयोग होता है, इसे बैलेट यूनिट पारदर्शी आक्रालिक शीट के नीचे लगाया जाता है जिससे परंपरागत मत पत्र की भांति उम्मीदवारों के नाम व उनके प्रतिक की सूची अंकित हो जाता है। बैलेट यूनिट जिससे कंट्रोल यूनिट के साथ जोडऩे के लिए एक केबल लगी होती है। एक बैलेट यूनिट 16 उम्मीदवारों के लिए प्रयुक्त हो सकती है। आपस में जुड़ी चार बैलेट यूनिट, 64 उम्मीदवारों के लिए एक कंट्रोल यूनिट के द्वारा प्रयोग में लाई जा सकती है।

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इवीएम मशीन की हुई है जांच

उपनिर्वाचन पदाधिकारी जावेद एकबाल ने बताया कि सच्चिदानंद सिन्हा महाविद्यालय स्थित मतगणना केंद्र पर बाहर से आए इंजीनियर की टीम के द्वारा इवीएम मशीन की जांच की गई है। यह देखा गया है कि मशीन में किसी प्रकार की खराबी तो नहीं है। मतदान के दिन किसी प्रकार का कोई परेशानी न हो सके। मास्टर ट्रेनरों को इसकी प्रशिक्षण दी जा रही है ताकि मतदान के लिए क्यूआरटी के रूप में ये कार्य कर सकें। पंचायत चुनाव की तैयारी हर स्तर पर चल रही है।