नवादा जिले के कौआकोल थाना क्षेत्र के सीमावर्ती इलाके जमुई, गिरीडीह तथा कोडरमा जिले में नक्सलियों की उपस्थिति व लगातार घट रही घटनाओं ने एक बार फिर से कौआकोल पुलिस प्रशासन की मुश्किलों को बढ़ा दिया है। थाना क्षेत्र के सीमावर्ती इलाके में नक्सलियों की उपस्थिति के बीच कौआकोल में शांतिपूर्ण पंचायत चुनाव कराना पुलिस प्रशासन के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती बनी हुई है।
सीमावर्ती इलाकों में लगातार घट रही घटनाओं के बाद जमुई तथा गिरिडीह की सीमा से सटे कौआकोल थाना क्षेत्र के जंगली इलाके के गांवों में एक बार फिर से दहशत का माहौल कायम हो गया है। हालांकि कौआकोल पुलिस ने क्षेत्र में नक्सली गतिविधि होने को सिरे से खारिज किया है। इसके बावजूद सूचना के बाद पुलिस अलर्ट हो चुकी है तथा हर तरह की आपराधिक गतिविधि पर बारीकी से नजर रख रही है।
कौआकोल थाना के सीमा क्षेत्र से गिरिडीह, जमुई तथा कोडरमा की जंगली सीमा मिले रहने एवं इन क्षेत्रों की भौगोलिक बनावट घनघोर जंगल व ऊंचे-ऊंचे पठारों से पटे होने के कारण कौआकोल पुलिस की परेशानी अक्सर नक्सली गतिविधियों के बाद बढ़ जाया करती है।
वहीं दूसरी तरफ, नक्सलियों के लिए यह घनघोर जंगल व पहाड़ी क्षेत्र सुरक्षा के दृष्टिकोण से काफी मददगार साबित होता रहा है। जहां चाहकर भी पुलिस उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाती है। हालांकि कौआकोल पुलिस ने थाना क्षेत्र में नक्सली गतिविधि होने से पूरी तरह से इनकार किया है।
Source-hindustan