BIHAR PANCHAYAT CHUNAV: पटना। बिहार पंचायत चुनाव तिथि 2021: यह लगभग तय है कि बिहार पंचायत चुनाव ईवीएम से होंगे, लेकिन इसकी मंजूरी के लिए बिहार और केंद्रीय चुनाव आयोग के बीच एक झगड़ा है। मामला पटना उच्च न्यायालय में है। अब तक सात बार नई तारीख मिल चुकी है। अब आठवीं बार, बिहार पंचायत से ईवीएम का चुनाव कराने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग की दलील पर, अब 12 अप्रैल यानी कल पटना उच्च न्यायालय में सुनवाई होगी।
आयोग उच्च न्यायालय के फैसले का इंतजार कर रहा है, जिसके बाद चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा की जाएगी। इस बीच, यह स्पष्ट हो गया है कि अब निर्धारित समय पर चुनाव संभव नहीं हैं। इस स्थिति में, अन्य विकल्पों पर भी चर्चा की जा रही है। नियम के अनुसार, चुनाव 15 जून से पहले होने चाहिए। सभी पंचायत प्रतिनिधियों की शक्ति 15 जून से समाप्त हो जाएगी।
अगर इस बार 12 अप्रैल यानि कल अगर पटना हाईकोर्ट अपना फैसला सुनाता है, तो चुनाव प्रक्रिया पूरी होने में अगस्त तक का समय लग सकता है। पिछली बार 25 फरवरी 2016 को बिहार पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी की गई थी। 24 अप्रैल को पहले चरण का मतदान भी हुआ था, लेकिन इस बार अभी यह तय नहीं है कि चुनाव ईवीएम से होगा या बैलेट पेपर से। बता दें कि यह पहले से ही तय है कि बिहार पंचायत चुनाव नौ चरणों में होंगे।
बिहार पंचायत चुनाव: कहां और क्यों फंसा है पेंच
ईवीएम की खरीद आईएसआईएल से की जानी है और भारत के चुनाव आयोग द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया जाना है। भारत निर्वाचन आयोग और राज्य चुनाव आयोग के अधिवक्ता सोमवार को पटना उच्च न्यायालय में ईवीएम पर अपने विचार प्रस्तुत करेंगे। राज्य चुनाव आयोग चुनाव की तैयारियों में व्यस्त है।
इधर, नवगठित नगर निकायों में जिलों की तीन सौ से अधिक पंचायतों के शामिल होने के बाद आयोग ने नवीनतम रिपोर्ट तलब की है। कमिश्नर दीपक प्रसाद को तकनीकी टीम के साथ 14 अप्रैल को दिल्ली तलब किया गया है।
इससे पहले, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से, एसईसी कमिश्नर दीपक प्रसाद ने आईसीएआई के अधिकारियों के अलावा अन्य महासचिव उमेश सिन्हा से कई बार मुलाकात की।