बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर ईवीएम की फर्स्ट लेवल जांच (एफएलसी) शुरू हो गयी है। राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर जिलों में जिला निर्वाचन पदाधिकारी, पंचायत सह जिलाधिकारी द्वारा सभी ईवीएम की जांच करायी जानी है। सूत्रों के अनुसार जिलों में ईवीएम की एफएलसी की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। सभी जिलों में पंचायत चुनाव में शामिल किए जाने वाले ईवीएम की जांच करायी जाएगी। राज्य में पंचायत चुनाव को लेकर दूसरे राज्यों से ईवीएम मंगाए गए है। इन ईवीएम की तकनीकी खराबियों की जांच की जानी जरूरी है।
Also read-मौसम अलर्ट: बिहार के 10 जिलों में आज भारी बारिश और आंधी के आसार, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
वेल और ईसीआईएल कंपनियों के इंजीनियर बिहार पहुंचे
ईवीएम निर्माणकर्ता कंपनियों वेल और ईसीआईएल के इंजीनियर ईवीएम की जांच के लिए बिहार के विभिन्न जिलों में पहुंच गए है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी, पंचायत द्वारा अनुरोध किए जाने के बाद इन कंपनियों द्वारा एफएसएल को लेकर इंजीनियरों को विभिन्न जिलों में भेजा गया है। आयोग ने सभी जिलों को संबंधित कंपनियों से अनुरोध कर इंजीनियरों से जांच कराने का निर्देश दिया था। इन इंजीनियरों द्वारा ईवीएम के कंट्रोल यूनिट एवं बैलेट यूनिट दोनों की अलग-अलग जांच की जाएगी।
बिहार में चार पदों पर ईवीएम से होना है चुनाव
बिहार में चार पदों पर ईवीएम के माध्यम से चुनाव होना है। इनमें मुखिया, वार्ड सदस्य, पंचायत समिति सदस्य एवं जिला परिषद सदस्य के पद शामिल है। जबकि दो पदों पंच व सरपंच के लिए चुनाव बैलेट पेपर के माध्यम से चुनाव होना है। राज्य में एम-2 मॉडल ईवीएम का इस्तेमाल पंचायत चुनाव के लिए किया जाना है। राज्य में करीब दो लाख ईवीएम पंचायत चुनाव को लेकर मंगाए गए है। सभी ईवीएम की जांच होगी।
Source-hindustan