Bihar News: बक्सर से पटना तक करते थे हथियार की तस्करी, पुलिस को गच्चा देने के लिए बना रखा था ये प्लान

जिले की पुलिस ने हथियार तस्करों के एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। यह गिरोह पटना तक हथियार सप्लाई करता था। यही नहीं गिरोह के लोग इतने शातिर थे कि पुलिस को गच्चा देने के लिए जाली लाइसेंस का सहारा लेते थे। पुलिस को मिली गुप्त सूचना पर की गई कार्रवाई में हथियारों की आपूर्ति करने जा रहे तीन हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।

तलाशी में उनके पास से चार अत्याधुनिक पिस्टल  और एक देशी पिस्टल के साथ आठ मैगजीन बरामद किए गए हैं। जब्त हथियारों को वैध दिखाने के लिए तस्करों ने पहले ही जाली लाइसेंस भी बना रखा था। पुलिस के अनुसार गिरोह के सदस्य बक्सर समेत अन्य जिलों में भी हथियारों की आपूर्ति पहुंचाते थे।

पुलिस अधीक्षक नीरज कमार सिंह ने बताया कि शुक्रवार की शाम नया भोजपुर ओपी पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि एक मोटरसाइकिल पर सवार हथियार तस्कर हथियारों की खरीद बिक्री के लिए डुमरांव स्टेशन की ओर जा रहे हैं। इसकी सूचना मिलते ही डुमरांव एएसपी कुमार राज के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन करते हुए छापेमारी की गई।

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तस्करों के पीछे लगी पुलिस ने डुमरांव रेलवे स्टेशन के पूर्वी गुमटी के समीप डीके कॉलेज रोड पर बाइक सवार दो युवकों को दबोच लिया। तलाशी में उनके पास से चार अत्याधुनिक पिस्टल और एक देशी पिस्टल के साथ आठ मैगजीन के अलावा फर्जी लाइसेंस बरामद किया गया। चारों आधुनिक पिस्टल काले रंग के पिस्टल केस में सुसज्जित तरीके से बंद किए गए थे। पूछताछ करने पर न तो कोई संतोषजनक जवाब दिए और ना वैध कागजात ही दिखा पाए।

अवैध हथियारों के मामले में दोनों को गिरफ्तार कर पूछताछ में उनकी पहचान कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र अंतर्गत बड़का दिया निवासी रितेश कुमार पिता विजेंद्र राय और अनिल कुमार चौधरी पिता रङ्क्षवद्र चौधरी के रूप में की गई। बरामद हथियारों के बारे में पूछताछ के क्रम में उन्होंने बताया कि वे लोग हथियार तस्करी का धंधा करते हैं तथा उनके गिरोह में और भी कुछ लोग शामिल हैं।

पूछताछ के बाद देर रात छापेमारी करते हुए नैनीजोर थाना के बड़की नैनीजोर अंतर्गत गजाधर डेरा निवासी अशोक यादव के पुत्र  ऋषिकेष यादव को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। विस्तृत पूछताछ में पता चला कि बाहर से हथियार और कारतूस मंगाकर ये लोग बक्सर समेत आसपास के जिलों में इसकी आपूर्ति करते हैं।

खुद तैयार करते थे फर्जी लाइसेंस : एसपी ने बताया कि हथियार तस्करों के पास से हथियारों के अलावा फर्जी लाइसेंस भी बरामद किए गए हैं। पूछताछ में उन्होंने बताया कि फर्जी लाइसेंस वे लोग खुद तैयार करते थे और खुद ही जम्मू के अधिकारी की मुहर भी लगा देते थे, जिससे एकबारगी किसी को भी हथियारों के वैध होने पर संदेह नहीं हो सके।
दो से ढाई लाख में बेचते थे एक पिस्टल : हथियार तस्करों के पास से जब्त किए गए पांच हथियारों में से चार बेहद अत्याधुनिक और अच्छी मारक क्षमता के पिस्टल हैं। ऐसे पिस्टल आम आदमी को नहीं मिलते हैं। इन पिस्टल पर बकायदा सीरियल नंबर भी दर्ज हैं।  गिरफ्तार किए गए आरोपितों से पूछताछ में पता चला है कि बाहर से इन हथियारों को मंगाने के बाद ये लोग दो से ढाई लाख रुपये तक मेंं पिस्टल बेचते थे।