पटना. बिहार में कोरोना संक्रमण की रफ्तार जरूर कम है लेकिन कोरोना खत्म नहीं हुआ है. आलम यह है कि राज्य में रोजाना 70 से ज्यादा मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हो रही है और कई जिले अब भी खतरे से बाहर नहीं निकल सके हैं. पिछले 24 घन्टे में आंकड़ों पर गौर करें तो राज्य में 79 मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है जिसमें सबसे ज्यादा खगड़िया में 9 मरीज संक्रमित मिले हैं, वहीं भोजपुर 4, बेगूसराय 3, किशनगंज 4, नालन्दा 5, मुजफ्फरपुर 4 ,सुपौल 3 साथ ही बाकी और जिलों में 1 और 2 मरीज मिले हैं.
राज्य में 24 घन्टे में 105 मरीज कोरोना से ठीक हुए हैं वहीं रिकवरी रेट भी 98.57 प्रतिशत पर है. राज्य में कुल 133095 मरीजों की जांच की गई है. कोरोना को लेकर जहां लोगों में डर खत्म हो गया है और लोग पूरी तरह से लापरवाह दिख रहे हैं वहीं कई राज्यों में खतरनाक डेल्टा प्लस वैरिएंट लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है. तीसरी लहर से पहले सीएम नीतीश कुमार ने भी इसे गंभीरता से लेते हुए कल स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को राज्य में रोजाना कम से कम दो लाख लोगों का कोरोना जांच करने के लिए कहा है.
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नीतीश कुमार ने कहा है कि अधिक से अधिक लाेगाें की जांच होने से संक्रमितों का पता चलेगा और इससे काेराेना के फैलाव को प्रभावी तरीके से रोका जा सकेगा. सीएम ने आम लोगों से मास्क का प्रयोग करने, आपस में दूरी बनाकर रखने और और हाथ को धोते रहने की भी अपील की है. सीएम ने कहा है कि इससे कोरोना का फैलाव कम होगा और हम सुरक्षित रहेंगे. उन्होंने कहा कि बिहार देश में आबादी में तीसरे नंबर पर है, जबकि क्षेत्रफल में 12वें स्थान पर. बड़ी आबादी के बावजूद कोरोना को नियंत्रित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए. हालांकि, अब कोरोना के तीसरे फेज की आशंका जताई जा रही है. केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य में टीकाकरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है और कोरोना की जांच भी तेजी से की जा रही है. सीएम ने कहा कि हमलोगों को जब से यहां काम करने का मौका मिला है तो लोगों की सेवा कर रहे हैं.
Source-news 18