बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार (बीएसएलएसए) ने शुक्रवार को नयी पहल करते हुए जागरुकता कार्यक्रम का अयोजन किया गया. कार्यक्रम में मानवाधिकारों की रक्षा के कार्य को मिशन मोड में करने की शपथ ली है. विधिक सेवा प्राधिकार के मुख्यालय स्तर पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ जिला जज सह सदस्य सचिव बीएसएलएसए राजीव रंजन ने किया.
इस कार्यक्रम को संबोधन करते हुए उन्होंने कहा कि असमानता को कम कर मानवाधिकार को बढ़ावा देने की जरूरत है. सभी कर्मचारियों को प्रेरित किया कि वे इस दिशा में आगे बढ़कर काम करें. जस्टिस राजीव रंजन ने मानवाधिकार का महत्व, परिभाषा और उपयोग की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि बच्चे-बुजुर्ग सभी को जीवन जीने की आजादी है. पूरी दुनिया में सभी के मानवाधिकार को बराबर संरक्षण प्राप्त है.
निबंधक प्रह्लाद कुमार (एसीजेएम) ने मानवाधिकार की सार्वभौमिक घोषणा की प्रस्तावना को सरल शब्दों में समझाया. सहायक निबंधक सह न्यायिक दंडाधिकारी किरण ओझा ने बताया कि कैसे आम आदमी अपने मानवाधिकारों की रक्षा कर सकता है. इसके लिये उसे क्या करना चाहिये इसकी पूरी विस्तार से जानकारी दी. व्यवहारिक जीवन में इसे अपनाए, कर्तव्य के साथ अपने अधिकारों की रक्षा करने के टिप्स भी दिये.
न्यायिक दंडाधिकारी सह सहायक निबंधक आरती कुमारी ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया. अधिकारों के उन पहलुओं पर प्रकाश डाला जो सभी मनुष्यों को समानता का अधिकार देते हैं. मानवाधिकार के नियमों की बारीक के साथ-साथ लोगों का उद्देश्य मानवाधिकार के प्रति अन्य लोगों जागरूक बने इसकी विधि भी बतायी.