Bihar intermediate exam: बिहार बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा सोमवार को समाप्त हो गयी। परीक्षा एक फरवरी से शुरू हुई थी। अंतिम दिन अतिरिक्त विषयों की परीक्षा थी। प्रदेश भर में परीक्षा शांतिपूर्ण रही। इस दौरान एक भी परीक्षार्थी निष्कासित नहीं हुए। बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर की मानें तो कदाचार मुक्त परीक्षा लेने मे बिहार बोर्ड सफल रहा। काफी अच्छे से परीक्षा संपन्न हुई। इसके लिए बोर्ड की पूरी टीम ने परीक्षा संचालन में योगदान दिया। सफल परीक्षा संचालन के लिए संबंधित जिलाधिकारी, डीईओ, डीपीओ और पुलिस प्रशासन का योगदान सराहनीय है।
सबसे ज्यादा निष्कासन नालंदा से
इंटर परीक्षा में इस बार सबसे ज्यादा निष्कासन नालंदा से 78 परीक्षार्थी का हुआ है। इसके बाद सारण जिला से 68 परीक्षार्थी निष्कासित हुए। पटना जिला की बात करें तो 2021 में जहां 19 छात्र पूरे परीक्षा के दौरन निष्कासित हुए थे, वहीं इस बार मात्र सात परीक्षार्थी निष्कासित किये गये। पूरे परीक्षा के दौरान राज्य भर से 26 जिलों से छात्र निष्कासित हुए। बांकी 12 जिलों से एक भी छात्र निष्कासित नहीं किये गये। वहीं भागलपुर और सुपौल से सबसे ज्यादा फर्जी छात्र पकड़े गये। भागलपुर से 22 और सुपौल से 16 फर्जी छात्र पकड़े गये।
बारकोडिंग का काम अंतिम चरण में
बोर्ड की मानें तो उत्तरपुस्तिका पर बारकोडिंग का काम अंतिम चरण में है। पटना जिला की बात करें तो बारकोडिंग का काम बुधवार तक चलेगा। इसके बाद सारे उत्तरपुस्तिका को निर्धारित मूल्यांकन केंद्र पर भेज दिया जायेगा। उत्तरपुस्तिका को उनके विषयवार मूल्यांकन केंद्र पर भेजा जायेगा। किस विषय की उत्तरपुस्तिका किस मूल्यांकन केंद्र पर जायेगा, इसका निर्णय बोर्ड द्वारा लिया जाता है। ज्ञात हो कि इंटर मूल्यांकन 26 फरवरी से आठ मार्च तक चलेगा।
2021 की अपेक्षा 208 कम परीक्षार्थी हुए निष्कासित
इंटर परीक्षा में इस बार सबसे ज्यादा निष्कासन नालंदा से 78 परीक्षार्थी का हुआ है। इसके बाद सारण जिला से 68 परीक्षार्थी निष्कासित हुए। पटना जिला की बात करें तो 2021 में जहां 19 छात्र पूरे परीक्षा के दौरन निष्कासित हुए थे, वहीं इस बार मात्र सात परीक्षार्थी निष्कासित किये गये। पूरे परीक्षा के दौरान राज्य भर से 26 जिलों से छात्र निष्कासित हुए। बांकी 12 जिलों से एक भी छात्र निष्कासित नहीं किये गये। वहीं भागलपुर और सुपौल से सबसे ज्यादा फर्जी छात्र पकड़े गये। भागलपुर से 22 और सुपौल से 16 फर्जी छात्र पकड़े गये।
बारकोडिंग का काम अंतिम चरण में
बोर्ड की मानें तो उत्तरपुस्तिका पर बारकोडिंग का काम अंतिम चरण में है। पटना जिला की बात करें तो बारकोडिंग का काम बुधवार तक चलेगा। इसके बाद सारे उत्तरपुस्तिका को निर्धारित मूल्यांकन केंद्र पर भेज दिया जायेगा। उत्तरपुस्तिका को उनके विषयवार मूल्यांकन केंद्र पर भेजा जायेगा। किस विषय की उत्तरपुस्तिका किस मूल्यांकन केंद्र पर जायेगा, इसका निर्णय बोर्ड द्वारा लिया जाता है। ज्ञात हो कि इंटर मूल्यांकन 26 फरवरी से आठ मार्च तक चलेगा।
बोर्ड की मानें तो इंटर परीक्षा में कुल 464 परीक्षार्थी को निष्कासित किया गया। यह निष्कासन 2021 की तुलना में 208 परीक्षार्थी कम निष्कासित हुए। इंटर परीक्षा 2021 में कुल 672 परीक्षार्थी निष्कासित किये गये थे। वहीं फर्जी छात्र भी इस बार पिछले साल की तुलना में कम पकड़े गये। 2021 में जहां 75 फर्जी पकड़े गये थे वहीं 2022 में 75 फर्जी छात्र पकड़े गये।
इंटर परीक्षा के दौरान एक से 14 फरवरी तक निष्कासित परीक्षार्थी की जिला वार सूची
पटना – सात, नालंदा- 78, भोजपुर – 29, गया – आठ, नवादा – दो, अरवल – एक, सारण – 68, सुपौल – 26, मधेपुरा – 37, भागलपुर – 17, बांका – दो, खगड़िया – 10, लखीसराय – दो, बक्सर – दो, रोहतास – 30, कैमूर – छह, सीतामढ़ी – दो, वैशाली – 62, सीवन – तीन, दरभंगा – एक, मधुबनी – 17, समस्तीपुर – दो, सहरसा – 12, जमुई – 31, बेगूसराय – चार, शेखपुरा – पांच
फर्जी छात्र पकड़े गये
नालंदा – चार, नवादा – तीन, सुपौल – 16, मधेपुरा – दो, भागलपुर – 22, बांका – छह, जहानाबाद – चार