जिला मुख्यालय स्थित पुराने जर्जर अनुमंडल कार्यालय भवन के एक कमरे में चल रहा है कार्यालय, समादेष्टा ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर मांगी तीन एकड़ जमीन
संवाद सहयोगी, लखीसराय : लखीसराय जिले में बिहार गृह रक्षा वाहिनी कार्यालय को अपनी भूमि और भवन अब तक नहीं है। वर्तमान में यह कार्यालय जिला मुख्यालय स्थित पुराने अनुमंडल कार्यालय भवन के जर्जर खंडरनुमा एक कमरे में किसी तरह चल रहा है। इसी कार्यालय में जिला समादेष्टा और कंपनी कमांडर का भी कार्यालय संचालित है। जिले में कुल 515 गृहरक्षक कार्यरत हैं। समुचित जगह नहीं रहने के कारण कार्यालय में अभिलेख और रिकार्ड भी सुरक्षित नहीं रह पाता है। बारिश होने पर जर्जर भवन के छत से पानी कमरे में भर जाता है। बिहार गृह रक्षा वाहिनी के राज्य मुख्यालय के आदेशानुसार जिला समादेष्टा अनुज कुमार ने जिला कार्यालय भवन के लिए तीन एकड़ जमीन की मांग जिलाधिकारी से की गई है। बिहार गृह रक्षा वाहिनी के महानिदेशक ने वर्ष 2018 में ही लखीसराय सहित राज्य के 28 जिलों के समादेष्टा को पत्र लिखकर जिला कार्यालय, आवासीय भवन एवं बैरक निर्माण के लिए जिलाधिकारी से पत्राचार कर तीन एकड़ जमीन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था।
एक कमरे में चल रहा है जिला होमगार्ड का कार्यालय
पुराने अनुमंडल कार्यालय के एक कमरे में किसी तरह जिला होमगार्ड का कार्यालय चल रहा है। इसमें पदाधिकारी से लेकर कार्यालय कर्मी किसी तरह टेबल कुर्सी लगाकर बैठते हैं। अगर एक साथ दर्जन भर से अधिक होमगार्ड कार्यालय में प्रवेश कर जाए तो उसके खड़े रहने की भी समुचित जगह नहीं है। एक ही कमरे में लेखा शाखा, स्थापना शाखा, परिवहन शाखा सहित अन्य सभी शाखा का कार्य होता है। कार्यालय कर्मियों की मानें तो किसी तरह कार्य चल रहा है। जगह के अभाव में गृहरक्षकों की बैठक और प्रशिक्षण कार्यक्रम नहीं हो पाता है।
बिहार गृह रक्षा वाहिनी लखीसराय जिला इकाई जर्जर हो चुके पुराने अनुमंडल कार्यालय में संचालित है। बारिश होने पर कार्यालय में कार्य करने में काफी बाधा उत्पन्न होती है। विभाग के निर्देशानुसार जिला समादेष्टा ने जिलाधिकारी से तीन एकड़ भूमि उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है। इसके लिए कई बार पत्राचार भी किया गया लेकिन अब तक भूमि उपलब्ध नहीं हो पाई है। इस कारण काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
महेंद्र प्रसाद यादव, कंपनी कमांडर, बिहार गृहरक्षा वाहिनी, लखीसराय