पटना। बिहार बाढ़ अलर्ट: उत्तरी बिहार में नदियों का जलस्तर ऊपर-नीचे होता जा रहा है। इससे कई इलाकों में बाढ़ का पानी बढ़ रहा है। शिवहर में बागमती नदी उफान पर है। इससे पानी एनएच 104 में समा गया है। इसके साथ ही शिवहर से सीतामढ़ी का सड़क संपर्क भी टूट गया है। गपलगंज में गंडक का पानी कम हो रहा है, लेकिन अभी भी 30 गांव पानी से घिरे हुए हैं।
शिवहर में बागमती के पुराने किनारे में आया उफान भारी बारिश के चलते शिवहर में बागमती के पुराने किनारे में उफान आ गया है। पानी के तेज बहाव के कारण शिवहर-सीतामढ़ी एनएच 104 पर धनकौल-बुनियादगंज के पास स्थित डायवर्जन बह गया है। इस पर दो से तीन फीट पानी भर जाने से यातायात ठप हो गया है। बुनियादगंज पुल समेत हाईवे निर्माण पर भी ब्रेक लग गया है। शिवहर से सीतामढ़ी का सड़क संपर्क टूट गया है। इधर, मधुबनी के माधवापुर में खतरा मंडरा रहा है। धोंस नदी के सुरक्षा तटबंध क्षतिग्रस्त होने से लोगों में दहशत है।
गोपालगंज में गंडक के पानी से घिरे 30 गांव गोपालगंज जिले में गंडक नदी का जलस्तर तेजी से घट रहा है। हालांकि छह प्रखंडों के 30 गांव अभी भी पानी से घिरे हुए हैं। इन गांवों के लोगों के लिए नाव ही परिवहन का एकमात्र साधन है। जिले की 16 हजार की आबादी अभी भी बाढ़ से प्रभावित है। अधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि एक-दो दिन में नदी में पानी और कम होगा।
सारणी के पानपुर में गंडक जल से कटाव वहीं सारण में गंडक नदी का जलस्तर कम होने के बावजूद पानापुर प्रखंड के सोनवर्षा गांव में तेजी से कटाव हो रहा है। इससे नदी के किनारे बने लोगों के घर गिर रहे हैं। सीवान जिले में सरयू नदी का जलस्तर बुधवार को खतरे के निशान के करीब पहुंच गया।
खगड़िया में कम हो रहे हैं कोसी और बागमती खगड़िया में कोसी और बागमती का जलस्तर थोड़ा कम हुआ है। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल-द्वितीय के अधिशासी अभियंता गणेश प्रसाद सिंह ने बताया कि चोधली जमींदारी बांध के बरुण स्थल पर पांच मीटर की दूरी पर पैराकोपाइन गिराकर इसके पीछे एक नेकां दांत दिया जा रहा है। नदी के समानांतर बांस रोल का काम भी पूरी लंबाई से चल रहा है। दोनों कार्य 53 मीटर में किए जा रहे हैं। 100 मीटर में सिर्फ बांस रोल का काम किया जा रहा है। कार्यपालक अभियंता ने सभी बांधों और तटबंधों को सुरक्षित घोषित कर दिया है।