पटना। बिहार में पिछले एक माह से लगातार कोरोना के सेकेंड स्ट्रेन से मच रही तबाही के बाद अब धीरे-धीरे हालात बेहतर होते जा रहे हैं। पिछले 3 दिनों से लगातार कोरोना का आंकड़ा 10000 से नीचे रहा है। राज्य में पिछले 24 घंटे में 7 हजार 494 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है। अच्छी बात यह है कि सक्रिय मामलों की संख्या भी तेजी से घट रही है। इस समय राज्य में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 89 हजार 563 पहुंच गई है।
राज्य के अन्य जिलों के साथ ही राजधानी पटना में भी संक्रमण कम होना शुरू हो गया है, जो कोरोना का हॉट स्पॉट बन गया है। पटना में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना के 967 नए मरीज मिले हैं। इसके अलावा कटिहार में 389, पूर्वी चंपारण में 321, गोपालगंज में 387, मधुबनी में 220, पूर्णिया में 441, नालंदा में 201, सहरसा में 264, मुजफ्फरपुर में 291, समस्तीपुर में 240, मुंगेर में 231, बेगूसराय में 350, 273 बेगूसराय में। सुपौल में 268 और सीवान में 202 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है।
स्वास्थ्य विभाग के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में अब कोरोना रिकवरी रेट बढ़कर 85.38 हो गया है। हालांकि चिंता की बात यह है कि राज्य में संक्रमण की रफ्तार कम होने के बावजूद मरने वालों की संख्या में ज्यादा कमी नहीं आई है। पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य भर में 77 मरीजों की कोरोना से मौत हुई है।
राहत की बात यह है कि पटना के अस्पतालों से लेकर आइसोलेशन सेंटरों तक अब ऑक्सीजन बेड खाली किए जा रहे हैं, जिससे अस्पतालों पर दबाव कम होने लगा है। सभी आइसोलेशन सेंटरों में 80 फीसदी बेड खाली हैं। जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह की मानें तो जिला प्रशासन अभी भी अलर्ट पर है, क्योंकि तीसरे स्ट्रेन को लेकर सभी को पहले से ही निर्देश दिए जा रहे हैं। जहां-जहां संसाधनों की कमी है, वहां संसाधन मुहैया कराए जा रहे हैं, ताकि मरीजों को कोरोना की तीसरी लहर में परेशानी का सामना न करना पड़े।
Source-news18