BIHAR BREAKING: नीतीश कैबिनेट विस्तार में HAM-VIP  का पूरा नहीं हुआ आस, बिहार के इन बड़े चेहरों को भी लगा बड़ा झटका.

 

बिहार में मंगलवार को आखिरकार नीतीश मंत्रिमंडल विस्तार हो गया। भाजपा से नौ और जेडीयू कोटे से नौ मंत्रियों ने मंत्री पद की शपथ ली। इस मंत्रिमंडल विस्तार में, हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (HAM) और मुकेश सहानी (मुकेश सहानी) विकास इन्सान पार्टी (VIP), जीतन राम मांझी की पार्टी, जो NDA में है, से किसी को मंत्री नहीं बनाया गया है।

वह भी तब जब मांझी ने कुछ दिन पहले कहा था कि उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उन्हें मंत्री पद और एमएलसी सीट देने को कहा है। हालांकि, उन्होंने ट्वीट कर नीतीश को कैबिनेट विस्तार की बधाई दी।

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वहीं, इस संबंध में मुकेश साहनी की ओर कोई मांग नहीं की गई। वह अपनी पार्टी से एकमात्र मंत्री बन गए हैं। वह विधानसभा चुनावों में हार गए थे जिसके बाद उन्हें हाल ही में एमएलसी बनाया गया है। बता दें कि बिहार में पिछले कई दिनों से मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अटकलें चल रही थीं। इसे लेकर बीजेपी और जेडीयू के बीच काफी तनातनी भी हुई। विपक्ष ने भी इस पर सत्ता पक्ष पर जमकर निशाना साधा था।

सरकार बनने के लगभग 84 दिन बाद नीतीश कैबिनेट का विस्तार हुआ। इस विस्तार ने उन दिग्गज चेहरों को भी झकझोर दिया, जो यह मान रहे थे कि उन्हें मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी। यह अनुमान लगाया जा रहा था कि भागीरथी देवी, महेश्वर हजारी, संजीव चौरसिया, ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू, संजय सरावगी और नीतीश मिश्रा मिश्रा जैसे चेहरों को नीतीश के मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

कैबिनेट विस्तार में नए युवाओं की कमान: –

नीतीश सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद नए युवाओं को कमान मिली है। इसके अलावा चार ऐसे नेताओं को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। जो पूर्व में मंत्री रह चुके हैं। इसमें पहला नाम सम्राट चौधरी का है। सम्राट चौधरी वर्ष 1999 में कृषि मंत्री रहे हैं। इसके साथ ही वह वर्ष 2014 में एनडीए गठबंधन सरकार में शहरी विकास और आवास विभाग के मंत्री भी थे। वे आधा दर्जन से अधिक बार विधायक रहे हैं एक बार सांसद भी रहे। एक और नाम श्रवण कुमार का है।

श्रवण कुमार पिछली एनडीए सरकार में जदयू कोटे से मंत्री थे। उन्हें ग्रामीण विकास विभाग और संसदीय कार्य मंत्री की जिम्मेदारी दी गई। अब उन्हें फिर से मंत्री बनाया गया है। विशेषज्ञों के अनुसार, श्रवण कुमार को नीतीश कुमार के बाद जेडीयू में दूसरी पंक्ति का नेता माना जाता है। इसके अलावा संजय झा को जदयू कोटे से मंत्री भी बनाया गया है। संजय झा इससे पहले जल संसाधन विभाग की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। चौथा नाम लेसी सिंह का है। लेसी सिंह पिछली नीतीश सरकार में समाज कल्याण मंत्री थीं।