Bihar के सासाराम में एक किसान ने दस बार बिजली बिल में सुधार नहीं होने के कारण पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली। यह घटना दरिगांव थाना क्षेत्र के नौगाई गाँव की है। मृतक किसान की पहचान दिनेश सिंह के रूप में हुई है। अपने पिता की लाश को देखकर बेटी ने भी जहर खा लिया लेकिन मौके पर मौजूद ग्रामीणों की तत्परता के कारण उसकी जान बच गई।
जानकारी के मुताबिक, दिनेश के घर में चार बल्ब और दो पंखे का कनेक्शन है लेकिन उसका एक महीने का bijali का बिल 40 हजार का आया है। उन्होंने बिजली बिल में सुधार के लिए आवेदन किया था, जिसमें आधे पैसे की जमा राशि में सुधार करने की बात कही गई थी। दिनेश ने कर्ज लेकर 20 हजार रुपये भी लिए लेकिन बिजली बिल में सुधार नहीं हुआ। इससे परेशान होकर दिनेश ने गुरुवार सुबह घर में door बंद किया और पंखे से फांसी लगा ली। दिनेश की छह बेटियां हैं, जिनमें से दो की marrage हो चुकी है।
जब परिवार को इस बारे में पता चला, तो पुलिस को सूचना देकर बुलाया गया। मृतक की चार बेटियों में से एक ने पिता के शव को देखकर जहर खा लिया, लेकिन गांव के लोगों ने उसे तुरंत अस्पताल ले जाने से बचाया। इस घटना के बाद दिनेश के घर में मातम पसर गया है।
दरियागांव के पुलिस अधिकारी, उमेश कुमार कुमार ने कहा कि 40 हजार के बिजली बिल के बारे में जानकारी प्राप्त की गई है कि उन्हें फांसी दी जाए और 20 हजार जमा किए जाएं, लेकिन बिजली बिल में सुधार नहीं होने के कारण किसान ने आत्महत्या कर ली। इस बारे में परिवार द्वारा कोई लिखित आवेदन नहीं दिया गया है। उसकी पत्नी बेहोशी की हालत में है और अन्य लोग भी परेशान हैं। इस कारण उनका बयान नहीं लिया जा सका। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है।