बिहार के शिक्षकों के लिए बड़ी खबर! स्कूलों में अब रजिस्टर पर नहीं लगेगी हाजिरी, शिक्षा विभाग उठाया ये कदम
राज्य के माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति बायोमेट्रिक्स पर आधारित होगी. शिक्षा विभाग ने स्कूलों में बायोमेट्रिक मशीन लगाने के लिए एजेंसियों का चयन कर जिलों को दिशा-निर्देश जारी कर दिये हैं.
विभाग के निदेशक (प्रशासन) सुबोध कुमार चौधरी ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किये हैं. उन्होंने कहा है कि मशीनें लगाने के लिए चार एजेंसियों का चयन कर लिया गया है. इन सभी एजेंसियों को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी दी गई है.
स्कूलों में इंटरनेट सेवा जरूरी
उन्होंने कहा कि एजेंसियां अपने जिलों से संपर्क कर स्कूलों में बायोमेट्रिक मशीनें लगायेंगी. इसके लिए जरूरी है कि सभी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में इंटरनेट सेवा उपलब्ध हो. स्कूलों में इंटरनेट की उपलब्धता के लिए बीएसएनएल की सेवा लेनी होगी।
विभाग ने कहा है कि बेहतर कंप्यूटर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए राज्य के 784 माध्यमिक-उच्च माध्यमिक विद्यालयों में आईसीटी लैब स्थापित किये गये हैं. 3818 माध्यमिक-उच्च माध्यमिक विद्यालयों में आईसीटी लैब की स्थापना की जा रही है.
स्कूलों में ई-लाइब्रेरी स्थापित की जाएगी
वहीं, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में ई-लाइब्रेरी की सुविधा बहाल की जानी है. इसके लिए एजेंसी का चयन भी कर लिया गया है. ऐसे में ई-लाइब्रेरी के लिए बायोमेट्रिक अटेंडेंस, आईसीटी लैब का संचालन और इंटरनेट सेवा जरूरी होगी. मुफ्त इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराने के लिए बीएसएनएल को खुली निविदा के माध्यम से चुना गया है।