बड़ी साजिश या कुछ और…! पटना के पास कई ट्रेनों को रोकना पड़ा शहर से सटे इतनी बड़ी …

कोहरे के मौसम में ट्रेनों का सुरक्षित और समय पर संचालन रेलवे के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है. दृश्यता कम होने के कारण चालक और गार्ड को अतिरिक्त सावधानी बरतनी पड़ती है। नई दिल्ली-हावड़ा मेन लाइन पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से पटना जाने वाला ट्रेन खंड घनी आबादी वाले इलाके से होकर गुजरता है, ऐसे में जानवरों और लोगों द्वारा अनाधिकृत रूप से ट्रैक पार करने की भी चिंता है.

मामला मंगलवार सुबह का ही है। पटना जंक्शन और दानापुर के बीच हुई घटना ने रेलवे के साथ-साथ यात्रियों को भी परेशान कर दिया है. बताया जा रहा है कि यहां कई जगहों पर फिश प्लेट का रिंग नट, वेसर और नट रेलवे ट्रैक से गायब या खुला मिला था. इस कारण कई ट्रेनों को काफी देर तक आगे-पीछे करना पड़ा।

फुलवारी शरीफ और दानापुर के बीच हुई ये घटना

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प्राप्त जानकारी के अनुसार दानापुर मंडल के फुलवारीशरीफ स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक क्षतिग्रस्त होने से मंगलवार को काफी देर तक ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा. सूचना मिलने के बाद रेलवे ट्रैक की मरम्मत की गई और फिर काम शुरू किया जा सका। अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि यह किसी की बदमाशी थी, कोई साजिश थी या लापरवाही। हालांकि रेलवे के अधिकारियों ने इस पूरी घटना पर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है.

इन ट्रेनों पर हुआ सीधा असर

15125 डाउन काशी-पटना एक्सप्रेस रेलवे ट्रैक की मरम्मत पूरी होने तक दानापुर और फुलवारीशरीफ के बीच होम सिग्नल पर काफी देर तक खड़ी रही। सासाराम-पटना पैसेंजर ट्रेन एक घंटे से अधिक समय तक दानापुर में खड़ी रही। पटना जंक्शन से ही श्रमजीवी एक्सप्रेस देरी से चल रही थी. कुछ देर के लिए इस ट्रेन को फुलवारीशरीफ स्टेशन पर भी रोकना पड़ा। सूत्रों की माने तो एफसीआई के पास पोल संख्या 550/31 के पूर्व की ओर रेलवे ट्रैक में कई जगहों पर फिश प्लेट का रिंग नट गायब था। कई जगहों पर वासर और नट दोनों खुले पाए गए। हालांकि रेलवे अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की है। बिहार दैनिक यात्री संघ की ओर से मंडल रेल प्रबंधक से रेल पटरी की लगातार निगरानी करने की मांग की गई है.

महत्वपूर्ण ट्रेनें हो सकती हैं प्रभावित

आपको बता दें कि डाउन काशी-पटना एक्सप्रेस सुबह 11 बजे पटना पहुंचती है। अगर फुलवारीशरीफ के पास वास्तव में ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया था, तो ट्रेन के आने से ठीक पहले दिन के उजाले में ऐसा करना संभव नहीं लगता। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि यह इलाका आबादी और शहर से ज्यादा दूर नहीं है। ऐसे में चिंता की बात यह है कि काशी-पटना एक्सप्रेस से पहले कई महत्वपूर्ण ट्रेनें डाउन ट्रैक से गुजरी होंगी. आपको बता दें कि पटना राजधानी सुबह 4.45 बजे पटना जंक्शन पहुंचती है. इसके बाद संपूर्ण क्रांति, तेजस राजधानी एक्सप्रेस, गरीब रथ एक्सप्रेस, श्रमजीवी जैसी ट्रेनें भी लगातार इस ट्रैक से गुजरती हैं।