पटना। शुक्रवार को, राज्य भर में 15 जून तक स्कूलों को बंद करने के आदेश के बारे में एक नकली पत्र वायरल हुआ। खास बात यह थी कि वायरल हुआ यह पत्र बिहार शिक्षा परियोजना के निदेशक के हस्ताक्षर था।
इस पत्र ने न केवल छात्रों, अभिभावकों और शिक्षा विभाग के शीर्ष अधिकारियों को कुछ समय के लिए सुर्खियों में ला दिया। पूरे राज्य में हजारों लोगों ने इस संबंध में पूछताछ की।##DARBHANGA BREAKING: सरकारी स्कूल के दरवाजे पर चढ़ा करंट, छात्रा की चपेट में आने से मौत,इतने शिक्षक हुए निलंबित..!
प्रोजेक्ट डायरेक्टर संजय कुमार को इस आदेश पत्र की जानकारी सोशल मीडिया पर वायरल हुई। पत्र का परीक्षण किया गया था। पत्र फर्जी निकला। परियोजना निदेशक ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की है। आदेश पत्र की लेखन शैली और शब्दों का चयन गैर-आधिकारिक था।
पत्र में शब्द गलतियाँ भी थीं। लेटर नंबर भी नहीं था। जिसे पत्र संबोधित किया गया है, उसे भी पत्र में दर्ज नहीं किया गया था। परियोजना निदेशक संजय सिंह ने कहा कि पत्र पूरी तरह से फर्जी है। हालाँकि मेरे हस्ताक्षर को स्कैन और उपयोग किया गया है।##BIG BREAKING: क्या मार्च में ही लगेगी LOCKDOWN …? 24 घंटे में 40,000 नए मामले, यहाँ भी फूटा ‘कोरोना बम’..रहें सावधान।
फिलहाल, इस मामले में कदमकुआं पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि विभाग ने स्कूल को बंद करने का कोई निर्णय नहीं लिया है। अब तक, स्कूल अनुसूची के अनुसार काम करना जारी रखेंगे##LOCKDOWN AGAIN: स्कूल-कॉलेज बंद, सब्जी-राशन की दुकानें नहीं खुलेंगी, यहाँ फूटा ‘कोरोना बम’ ..रहें सतर्क।