मुजफ्फरपुर जिले में वायरल फीवर का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. अब बच्चे भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। शनिवार को एसकेएमसीएच के पीकू वार्ड में 85, केजरीवाल अस्पताल में 30 और सदर अस्पताल में पांच बच्चों को भर्ती किया जा रहा है.
विभिन्न अस्पतालों की ओपीडी में प्रतिदिन 200 से अधिक बच्चे वायरल व अन्य बीमारियों से ग्रसित होकर सरकारी अस्पताल पहुंच रहे हैं. एसकेएमसीएच के बाल रोग विशेषज्ञ का कहना है कि अभी बच्चों में जो वायरल फीवर हो रहा है, वह कोई आम वायरल इंफेक्शन नहीं है। तेज बुखार के कारण बच्चों को अचानक सर्दी-जुकाम हो रहा है।
डॉक्टरों का कहना है कि चार-पांच दिन दवा लेने के बाद उनकी सेहत में सुधार हो रहा है। इन बच्चों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आ रही है। एसकेएमसीएच के पीकू में प्रतिदिन बुखार से पीड़ित 10-15 बच्चों को भर्ती किया जा रहा है। यह संख्या सामान्य दिनों की तुलना में 20-30 प्रतिशत अधिक है। केजरीवाल अस्पताल में 75 से 80, सदर अस्पताल में 50 से 60 और एसकेएमसीएच में 90 से 100 बीमार बच्चे आ रहे हैं।
यह अब तक सामने आ रहे वायरल फीवर के मामलों से अलग है. बच्चों में अचानक तेज बुखार क्यों आता है, इसकी जांच की जा रही है। यूपी में भी बच्चे इस तरह की बीमारी से पीड़ित हैं। परिवार के अधिकतर सदस्य आस-पास के अस्पतालों और क्लीनिकों से दवा ले रहे हैं। इससे बच्चों के वायरल फीवर का सही आकलन नहीं हो पा रहा है।
डॉ गोपाल शंकर साहनी, बाल रोग विशेषज्ञ, एसकेएमसीएच