सहरसा। नदी की प्रकृति है उसका प्रवाह। इसमें यदि बाधा आती है तो नदी की जीवन लीला संकट में पड़ जाएगी। नदी का अस्तित्व प्रवाह पर ही निर्भर है। जो हमारे जीवन से जुड़ा है। नदी के प्रवाह के साथ छेड़छाड़ करने का ही नतीजा है कि कई नदियों के अस्तित्व पर संकट है। लेकिन कुछ ऐसे भी लोग हैं जो मृत हो चुकी नदियों को जीवित करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। इसमें एक नाम बिहार के आइएएस अधिकारी आनंद शर्मा ( bihar IAS officer Anand Sharma) का भी हैं, जो कोसी की एक प्रमुख नदी को बचाने के लिए भागीरथी प्रयास कर रहे हैं।
सहरसा के जिलाधिकारी आनंद शर्मा (Saharsa DM Anand sharma) ने कोसी क्षेत्र की प्रमुख नदियों में से एक तिलावे (Tilawe river of Kosi) के लिए ‘भागीरथ प्रयास’ शुरू किया है। इस पर उन्हें सरकार का भी साथ मिल रहा है। जिलाधिकारी आनंद शर्मा (Saharsa DM Anand sharma) ने बताया कि सत्तरकटैया प्रखंड के मेनहा से सौरबाजार प्रखंड के बैजनाथपुर पंचायत तक तिलावे नदी मृत हो चुकी है। इस नदी को नई जीवन मिलने से इलाके की तस्वीर बदल जाएगी। सबसे अधिक फायदा किसानों को होगा। जिला प्रशासन की ओर से इसके लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
विभागीय अधिकारियों के साथ लगातार कर रहे निरीक्षण
तिलावे नदी (Tilawe river of Kosi) को पुराने स्वरूप में लौटाने के लिए जिलाधिकारी लगातार निरीक्षण कर रहे हैं। सोमवार को भी उन्होंने विभाग के अधिकारियों और अभियंताओं के साथ तिलावे नदी (Tilawe river of Kosi) की मौजूदा स्थिति का निरीक्षण किया। साथ ही जिला प्रशासन की ओर से इसके लिए सरकार के पास भी प्रस्वाव भेजी गई थी। आज यानी बुधवार को पटना से तीन सदस्य टीम आएगी। टीम तिलावे नदी का आरंभ से अंतिम छोर तक निरीक्षण कर नदी के पुराने स्वरूप में लाने हेतु रिपोर्ट एवं डीपीआर तैयार करेगी।
अन्य नदियों को बचाने के लिए भी शुरू होगी कवायद
जिलाधिकारी आनंद शर्मा (Saharsa DM Anand sharma) ने बताया कि तिलावे नदी के बाद जिले की अन्य नदियों को बचाने के लिए भी कवायद शुरू होगी। जिला प्रशासन द्वारा इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। जिले में अन्य भी कई ऐसी नदियां है, जिसका अस्तित्व लगभग समाप्त होने के कगार पर है।