भागलपुर : हाई व लो वोल्टेज ने बढ़ाई लोगों की परेशानी, पंखे समेत अन्य उपकरण जले, अभी भी दिक्कत

भागलपुर। खराब और खराब व्यवस्था बिजली उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही है। सिस्टम के पटरी से उतरने से सिल्क सिटी के लोगों को सबस्टेशनों तक सबौर ग्रिड से पर्याप्त आपूर्ति के बाद भी बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है। जर्जर तार, ब्रेकर आदि टूट जाने से कई बार उपकरण खराब होने से कई बार घंटों बिजली आपूर्ति की समस्या बनी रहती है। इतना ही नहीं शहर में हाई-लो वोल्टेज की गंभीर समस्या है। विजयंत, जयंत, अतुल झा, अंजनी झा समेत बुराड़ी के दर्जनों लोग हाई वोल्टेज से परेशान हैं।

हाई वोल्टेज की वजह से कई घरों के पंखे जल गए और लो वोल्टेज के कारण कई घरों की लाइटें नहीं जल रही हैं। हाई-लो वोल्टेज के कारण बिजली-पानी के संकट से जूझ रहे लोगों ने शुक्रवार को सिविल सर्जन उपकेंद्र स्थित कॉल सेंटर में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन तीन दिन बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ। लोगों का कहना था कि कॉल सेंटर में लगातार तीन दिन से कॉल आ रहे हैं। शिकायत दर्ज कराने के तीन दिन बाद भी जब कॉल सेंटर का समाधान नहीं हुआ तो रविवार की देर शाम जब कॉल सेंटर पर फोन किया गया तो कर्मचारी को बताया गया कि समस्या का समाधान नहीं किया गया और समस्या जस की तस बनी रही। मजदूर ने कहा कि कभी चिड़िया जर्जर तार से टकरा रही है तो कभी पतंग तार पर गिरती है। ऐसे में इस समस्या का समाधान संभव नहीं है।

लोगों को शक है कि उनकी शिकायत कॉल सेंटर के रजिस्टर में दर्ज नहीं की गई है, इसलिए शिकायत नंबर मांगने पर कर्मचारी फोन काट देते हैं। ऐसा करने पर फिर से स्विच ऑफ होने लगता है। जयंत, विजयंत आदि लोगों ने बताया कि सोमवार को शाम 7.30 बजे से पौने आठ बजे के बीच तिलकामांझी संभाग के अधीक्षण अभियंता एवं सहायक अभियंता से बात कर कॉल सेंटर कर्मियों की समस्या एवं व्यवहार की जानकारी दी। सड़क पर अगर वे जल्द ही ठीक नहीं हुए। जाम आदि का विरोध करने की धमकी दी।

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दस दिन पहले हाई-लो वोल्टेज से परेशान क्लबगंज के लोगों ने मोजाहिदपुर बिजली कार्यालय में हंगामा किया। हंगामे के बाद गड़बड़ी को दूर कर समस्या का समाधान किया गया। वहीं छह दिन पूर्व हाई-लो वोल्टेज की समस्या से परेशान मुंडीचक व नयाटोला के लोगों ने रात में कॉल सेंटर पर फोन किया तो केंद्र कर्मचारी ने रजिस्टर में शिकायत दर्ज नहीं कराई। दूसरे दिन सुबह 11 बजे दोबारा शिकायत दर्ज कराने के बाद 12 घंटे बाद त्रुटि को सुधारा गया। जबकि इससे तीन दिन पहले शिकायत दर्ज होने के चार घंटे बाद भी एसई के निर्देश पर गड़बड़ी को सुधारा गया।