Bengal Election2021: –पटना, बिहार ऑनलाइन डेस्क। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ‘बाहर के गुंडों ’को बुलाने का मुद्दा उठा रही हैं। बिहार विधानसभा के नेता तेजस्वी यादव, नंदीग्राम में बंगाल में बिहार (बिहार) और उत्तर प्रदेश (यूपी) के गुंडों द्वारा हत्या के प्रयास के अपने विवादित बयान पर चुप हैं। इसके कारण बिहार में राजनीति भी गरमा गई है। ज्ञात रहे कि राष्ट्रीय जनता दल (RJD) बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (TMC) के साथ है। तेजस्वी की राजनीतिक मजबूरियां अपनी जगह हैं, लेकिन यह मामला उनके पिता और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की भी याद दिलाता है, जिन्होंने अपनी सक्रिय राजनीति के दौरान बिहार के अपमान को लेकर ठाकरे परिवार को महाराष्ट्र का घुसपैठिया कहा था। विरोध जताया है।##Bihar Panchayat Election: तो क्या जून-जुलाई में होगा बिहार पंचायत चुनाव? जानिए- क्यों लगाए जा रहे ऐसे कयास
राजद ने तृणमूल कांग्रेस को बिना शर्त समर्थन दिया
उल्लेखनीय है कि राजद ने पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को बिना शर्त समर्थन दिया है। राजद वहां चुनाव नहीं लड़ रही है, लेकिन ममता बनर्जी के साथ है। बंगाल के बिहार की सीमा पर स्थित आसनसोल, हावड़ा, बंगाल के बर्धमान सहित बंगाल के क्षेत्रों में बड़ी संख्या में बिहार के लोग रहते हैं। वे वहां एक बड़ा वोट बैंक हैं। ऐसे में ममता बनर्जी का बिहारियों के लिए गुंडा विशेषण का इस्तेमाल और उस पर तेजस्वी यादव की चुप्पी आश्चर्यजनक है।###पूछताहैबिहार..!आखिर कौन है जिम्मेदार..? नवादा जहरीली शराब कांड में थम नहीं रही मौतें, दो और ने तोड़ा दम, मृतकों की संख्या बढ़कर …
राज ठाकरे के खिलाफ उप मुख्यमंत्री के रूप में दिया था बयान
वह वही तेजस्वी हैं, जिन्होंने 2016 में महागठबंधन सरकार में उपमुख्यमंत्री रहते हुए महाराष्ट्र में गैर-मराठी जलते ऑटो रिक्शा के फरमान का विरोध किया था। उन्होंने तब राज ठाकरे के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि महाराष्ट्र और देश किसी के पिता की संपत्ति नहीं है कि वे जो कहेंगे, वह होगा। लेकिन इस बार तेजस्वी की चुप्पी के कारण बिहार में राजनीति गर्म हो गई है।##Amazing Wedding in Bihar: 21वीं सदी की होली… रंग खेलते-खेलते भर दी मांग, फिर तो यह होना ही था
तेजस्वी की चुप्पी बिहारियों का अपमान-भाजपा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा है कि अब तेजस्वी को बिहार को बदनाम करने वाले राजनेताओं पर शर्म नहीं आती। बिहार की प्रतिष्ठा उनके लिए कोई मायने नहीं रखती। भाजपा नेता और पूर्व सांसद आरके सिन्हा का कहना है कि ममता बनर्जी क्षेत्र और प्रांत के नाम पर मतभेद फैला रही हैं, लेकिन उन्हें इसका कोई लाभ नहीं मिलेगा। ममता लगातार बिहार का अपमान कर रही हैं, बिहारियों को गुंडे कह रही हैं; लेकिन तेजस्वी यादव चुप हैं। इसके कारण बिहारी लोग हैरान हैं।##सोमवार से 80000 स्कूलों में कैचअप कोर्स शुरू होगा
लालू को याद कीजिए, जिन्होंने बिहारी अस्मिता के लिए आवाज़ उठाई थी
तेजस्वी यादव बंगाल के बिहारियों के बारे में चुप्पी साधे हुए हैं। इसने लालू प्रसाद यादव को भी याद दिलाया, जो बिहारी अस्मिता की रक्षा के लिए खड़े थे। नवंबर 2008 में, जब राज ठाकरे ने बिहारियों को महाराष्ट्र से बाहर करने की बात कही, तो लालू यादव ने विरोध किया। उन्होंने राज ठाकरे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आह्वान किया। इसी तरह, 2012 में जब राज ठाकरे ने बिहारियों का विरोध किया, तो लालू प्रसाद यादव ने ठाकरे परिवार को महाराष्ट्र में घुसपैठ बताया। लालू ने तब कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के दावे का हवाला दिया था कि बाला साहेब ठाकरे का परिवार पहले बिहार से मध्य प्रदेश, फिर महाराष्ट्र चला गया था।##BIHAR PANCHAYAT CHUNAV BREAKING:मामला HIGHCOURT पहुँचा , चुनाव में अभी और देरी हो सकती है, टल भी सकती है, आखिर कहाँ पेंच फसा है.?