बिहार के भभुआ ब्लॉक (BHABHUWA BLOCK)के भेकस गाँव के राजीव पांडे गुरुवार को डीएम (DM)से दो जून की रोटी की व्यवस्था करने की गुहार लगाने के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे। उनकी गोद में एक स्तनपान कराने वाला बच्चा भी था। जबकि पास में खड़ी चार साल की बेटी रीना कुमारी अपनी आंखों से सबको घूर रही थी।
राजीव दिन में करीब दस बजे कलक्ट्रेट पहुंचे और डीएम का इंतजार कर रहे थे। कुछ ही देर में डीएम नवदीप शुक्ला कलेक्ट्रेट पहुंचे। जैसे ही डीएम अपने कार्यालय पहुंचे, राजीव पांडे एक दूधवाले और बेटी के साथ बाहर बैठे थे। डीएम वहीं रुक गए और उनसे कलेक्ट्रेट आने का कारण पूछा। राजीव ने उत्सुक आँखों से डीएम को व्यथा सुनाई।
राजीव ने कहा कि बच्चे को जन्म देने के बाद उसकी पत्नी की मृत्यु हो गई। महोदय, हम बहुत गरीब हैं। घर में खाने के लिए अन्न का एक दाना नहीं है। छोटे बच्चों को छोड़कर, वह बाहर भी नहीं जा सकता है और एक मजदूर के रूप में काम कर सकता है। राजीव ने कहा कि साहब ने हमारे नाम से राशन कार्ड भी नहीं बनाया है। राजीव की बात सुनकर डीएम थोड़ी देर के लिए भावुक हो गए। डीएम ने बिना देर किए डीएसओ प्रभात कुमार झा को अपने कक्ष में बुलाया। उन्होंने राजीव को जल्द ही राशन कार्ड बनाने के निर्देश दिए। डीएसओ ने भभुआ बीडीओ और एमओ को बुलाया और एक सप्ताह के भीतर राजीव के नाम से राशन कार्ड बनाकर चावल और गेहूं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।