पीएमसीएच (PMCH) में नामांकित तीन सत्र के जीएनएम छात्राओं (GNM Course) की कक्षा अगले कुछ समय तक वैशाली जिले के राजापाकर प्रखंड में होगी। उनका प्रशिक्षण हाजीपुर सदर अस्पताल में होगा। संस्थान के इस निर्णय से आक्रोशित पीएमसीएच की नर्सिंग छात्राओं ने सोमवार को हंगामा किया।
सभी छात्राएं पीएमसीएच से निकलकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से मिलने के लिए सचिवालय जा रही थी। लेकिन हड़ताली मोड़ के समीप सिटी एसपी व अन्य अधिकारियों ने उन्हें रोक दिया। उनकी मांग पत्र को संबंधित अधिकारियों तक पहुंचाने का भरोसा दिया। तब वे शांत हुईं।
तीन सत्रों की जीएनएम छात्राओं ने किया प्रदर्शन :- जीएनएम के सत्र 2019-22, 2020-23 एवं 2021-24 की छात्राओं का कहना था कि सभी पीएमसीएच में वर्तमान में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। अब अस्पताल के नए भवन का निर्माण होना है इसलिए पुराने भवनों को तोड़ा जा रहा है।
ऐसे में उन्हें पटना में ही कही शिफ्ट नहीं करके वैशाली जिले के राजापाकर प्रखंड के किसी गांव में शिफ्ट किया जा रहा है। नए भवन बनने तक पढ़ाई वहीं करनी होगी, जबकि प्रशिक्षण की व्यवस्था हाजीपुर, सदर अस्पताल में होगी। इससे सभी को काफी परेशानी होगी। न तो उनलोगों की पढ़ाई सही तरीके से हो पाएगी और न प्रशक्षण।
पीएमसीएच प्रशासन को पटना में ही आसपास में जगह खोजना चाहिए ताकि उनलोगों की पढ़ाई और ट्रेनिंग आसानी से हो सके। उन्हें पीएमसीएच के आइसीयू व अन्य विभागों में सहज प्रशिक्षण मिल सकेगा।
पटना में नहीं मिल सका था उपयुक्त जगह :- इस बाबत पीएमसीएच अधीक्षक प्रो. आइएस ठाकुर ने बताया कि पीएमसीएच के विश्वस्तरीय अस्पताल भवन बनने के लिए पुराने भवनों को तोड़ा जा रहा है। इसी क्रम में नर्सिंग कालेज आदि को हटाया जा रहा है।
तात्कालिक व्यवस्था के तहत छात्राओं को वैशाली भेजा रहा है। वरीय अधिकारियों के निर्देशन पर पटना में भवन के लिए पांच-पांच टेंडर किया गया, यहां उपयुक्त भवन नहीं मिलने के बाद पीएमसीएच प्रशासन ने यह निर्णय लिया है।