यूक्रेन में इंटरनेशनल मेडिकल कॉलेज में लगभग 15 सौ छात्र फंसे हैं, जिनमें भारत और दूसरे देशों के छात्र हैं. सभी को खारखीब के मेट्रो स्टेशन को एक बंकर बनाकर लोगों को वहां पर सुरक्षित रखा जा रहा है.
यूक्रेन में पढ़ाई के लिए गये बिहार के विद्यार्थी मुसीबत और खतरों के बीच रह रहे हैं. बिहार के अलग-अलग शहरों के छात्र अपने-अपने परिजनों को लगातार वीडियो कॉल कर हालात की जानकारी दे रहे हैं. कई शहरों में तो यूक्रेन की सरकार ने छात्रों व जनता की सुरक्षा के लिए मेट्रो स्टेशन को ही बंकर बना डाला है और बंकर के अंदर ही उन्हें छिपे रहने को कहा गया है.
मनेर नगर के बरैया टोला के रहने वाले मेडिकल के छात्र शुभम मिश्रा ने शुक्रवार को अपनी मां सविता मिश्रा से बातचीत की. उसने बताया कि यूक्रेन के खारखीब इंटरनेशनल मेडिकल कॉलेज में लगभग 15 सौ छात्र फंसे हैं, जिनमें भारत और दूसरे देशों के छात्र हैं. सभी को खारखीब के मेट्रो स्टेशन को एक बंकर बनाकर लोगों को वहां पर सुरक्षित रखा जा रहा है.
मेट्रो स्टेशन में लगे वाईफाई रखा जा रहा बंद
इस बंकर से लोगों को निकलने नहीं दिया जा रहा है. वह एक बोतल पानी और एक पैकेट बिस्कुट के सहारे है. कितना देर पानी और बिस्कुट से काम चलेगा. शुभम की मां का कहना है कि बेटे से कभी-कभार बात हो रही है. इंटरनेट सेवा बाधित है, लेकिन बेटा द्वारा किसी माध्यम से व्हाट्सएप वीडियो कॉल या मैसेज के सहारे थोड़ी बहुत बात हो रही है.
शुभम की मां ने बताया कि सबसे ज्यादा वहां कठिनाई खाने और पीने के पानी की हो रही है. मेट्रो स्टेशन में लगे वाईफाई को बंद रखा जा रहा है, लेकिन थोड़ी-थोड़ी देर पर जब भी उसे शुरू किया जा रहा है तो उसमें फंसे लोग अपने अपने परिवार वालों से बातचीत कर ले रहे हैं.