बेंगलुरू । कनार्टक के उप मुख्यमंत्री डॉक्टर सीएन अश्वथा नारायण ने सभी को विश्वास दिलाया है कि हायर एजूकेशन प्राप्त कर रहे सभी छात्रों का अगले दस दिनों के अंदर टीकाकरण कर दिया जाएगा। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग केअधिकारियों से इस बाबत हुई बातचीत के बाद मीडिया को इसकी जानकारी देते हुए कहा जिन छात्रों को वैक्सीन देने की बात कही जा रही है उसमें पॉलिटेक्नीक, आईटीआई, डिग्री, इंजीनियरिंग, मेडिकल, पेरामेडिकल, डिप्लोमा, मेडिकल डिप्लोमा, यूनिवर्सिटी कैंपस के छात्र और चीफ मिनिस्टर स्किल डेवलेपमेंट स्कीम के तहत रजिस्टर्ड छात्र शामिल है।
आपको बता दें कि नारायण के पास हायर एजूकेशन डिपार्टमेंट भी है। उन्होंने कहा कि इन छात्रों के लिए वैक्सीनेशन ड्राइव 28 जून से शुरू हो चुका है। इस दौरान पहले ही दिन करीब 94 हजार छात्रों को वैक्सीन की खुराक दी गई है। उन्होंने कहा है कि सभी संबंधित विभागों को इस बात के निर्देश दे दिए गए हैं कि वो आदेश के मुताबिक सभी छात्रों को दस दिनों के अंदर वैक्सीन देना सुनिश्चित करें। आधिकारिक तौर पर जारी रिलीज में कहा गया है कि राज्य को जून में 60 लाख वैक्सीन की खुराक की सप्लाई होगी। आने वाले महीने में इसमें बढ़ोतरी की जाएगी। उनके मुताबिक अभी तक वैक्सीनेशन और कोविड-19 की रोकथाम से जुड़े अन्य मामले में कर्नाटक देश में तीसरे नंबर पर है।
नारायण के मुताबिक स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ हुई बैठक में कोविड-19 की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर सभी अस्पतालों में आक्सीजन की उपलब्धता, उसका स्टोरेज, राज्य में इसकी रिफिलिंग कैपेसिटी और जनरेशन को भी अगस्त के अंत तक सुनिश्चित करने का फैसला लिया गया है। राज्य में आक्सीजन जनरेशन कैपेसिटी को बढ़ाकर 400 एमटी तक किया गया है। इसमें राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत आने वाले सभी अस्पतालों के लिए 250 एमटी और बाकी मेडिकल कॉलेज अस्पताला और प्राइवेट अस्पतालों के लिए होगी। डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तह इसकी उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए राज्यभर में डिप्टी कमिश्नरों को भी अधिकार दिए गए हैं।
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राज्य सरकार का कहना है कि इसी तरह से राज्य में आक्सीजन की स्टोरेज कैपेसिटी को बढ़ाकर 2500-2800 एमटी तक किया जाएगा। इसमें 1806 एमटी सरकारी अस्पतालों के लिए अऔर 500 एमटी मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों के लिए होगी। हर राज्य को कम से कम 20 एमटी आक्सीजन की स्टोरेज कैपेसिटी अपने यहां पर रखनी होगी। वही तालुका में ये करीब 6 एमटी की होगी। इसके लिए ग्लोबल टैंडर भी निकाले जाएंगे।
राज्य सरकार ने अस्पतालों में बैड की संख्या को बढ़ाकर 58 हजार से 84 हजार तक करने का आदेश दिया है। बिना आक्सीजन की सुविधा वाले अस्पतालों को नोटिस जारी किया गया है। उनके लिए अगस्त के अंत तक हर हाल में आक्सीजन का इंतजाम कर लेने को कहा गया है। आक्सीजन रिफिलींग प्लांट को वित्तीय मदद दी जाएगी और राज्य के ऐसे नौ जिलों में इसकी व्यवस्था की जाएगी, जहां पर इसकी सुविधा उपलब्ध नहीं है।
Source-hindustan