अकबरनगर-शाहकुंड रोड बया कर रहा बाढ़ से तबाही का मंजर, जिओ बैग डाल कर कटाव से बचाने की हो रही कोशिश

अकबरनगर। बाढ़ के पानी से घिरे अकबरनगर-शाहकुंड एसएच को 900 से अधिक जिओ बैग के माध्यम से बचाने की कोशिश की जा रही है। मजदूर दिन रात सड़क किनारे बोरियां डालने में लगे हुए हैं।

दूसरी ओर, निर्माण के अभी तीन माह भी पूरे नहीं हुए कि बाढ़ के पानी से सड़क कई जगह टूट गईं। जबकि पानी सड़क के ऊपर भी नहीं बह रहा था।

– सड़क तैयार होने के तीन माह के अंदर ही कई जगह हो गई क्षतिग्रस्त

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– सड़क बचाने में दिन रात जुटे हुए हैं मजदूर, जलस्तर घटने से मिली राहत

बनने के कुछ माह बाद ही सड़क की स्थिति खराब होना भारी अनियमितता की ओर इशारा कर रहा है। हालांकि, खबर छपने के बाद विभाग के आला अधिकारियों ने सड़क की जांच की थी। तत्काल उसे दुरुस्त करने का निर्देश भी दिया था। आनन फानन विभाग ने सड़क की जैसे-तैसे मरम्मत कर दी। जिसका खामियाजा अभी भुगतना पड़ रहा है। वहीं, जैसे -जैसे बाढ़ का पानी कम हो रहा है तबाही का मंजर भी साफ हो रहा है। बाढ़ के कारण काफी नुकसान हुआ है।

सुल्तानगंज के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में निशुल्क चिकित्सा शिविर

संवाद सूत्र, सुल्तानगंज : प्रखंड के एक दर्जन से अधिक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नि:शुल्क चिकित्सा शिविर लगाया जा रहा है। इसी को देखते हुए जदयू चिकित्सा प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष डा. अजय कुमार सिंह के निर्देशानुसार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य कैंप लगाया गया।

प्रखंड चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डा. राजीव झा ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मरीजों की नि:शुल्क जांच की और दवाइयां उपलब्ध कराईं। कैंप में 100 से अधिक बाढ़ पीडि़तों की जांच हुई। डा. राजीव झा ने बताया कि दलित और महादलित टोलों में भी कैंप लगाए जाएंगे और उन्हें चिकित्सकीय परामर्श दिया जाएगा। इस दौरान मुकेश कुमार कुशवाहा, दीपक कुमार, अभिनेष शंकर झा, युवा प्रखंड अध्यक्ष मिथिलेश चंद्रवंशी, राकेश कुमार, समीर कुमार आदि उपस्थित थे।