नई दिल्ली। फोनपे के बाद पेटीएम ने अपने यूजर्स को झटका दिया है। अब पेटीएम के जरिए मोबाइल रिचार्ज के लिए सरचार्ज देना होगा। बात दें कि रिचार्ज राशि के आधार पर यह सरचार्ज 1 रुपये से 6 रुपये के बीच कुछ भी हो सकता है।
पेटीएम से पहले ही फोनपे यह सरचार्ज लेना शुरू कर चुका है। आगे जानिए पेटीएम के इस ऐलान की पूरी डिटेल।
देना होगा सरचार्ज
गैजेट्स 360 की रिपोर्ट के अनुसार ट्विटर पर उपलब्ध उपयोगकर्ता रिपोर्टों के अनुसार पेटीएम ने सर्विस चार्ज के रूप में सरचार्ज वसूलना शुरू कर दिया है। अनुमान है कि शुरुआत में इसे मार्च में कुछ यूजर्स के लिए शुरू किया गया था। मगर अब जो नयी रिपोर्ट सामने आई है उसके अनुसार नया चार्ज अब बड़ी संख्या में यूजर्स के लिए लागू कर दिया गया है।
6 रु तक का सरचार्ज
अब भी सभी पेटीएम यूजर्स के लिए तो यह सरचार्ज शुरू नहीं किया गया है। मगर जिन चुनिंदा यूजर्स को इस अपडेट में शामिल किया गया है, उन्हें 6 रुपये तक का अतिरिक्त भुगतान मोबाइल रिचार्ज पर करना होगा। 2019 में, पेटीएम ने ट्विटर पर एक दावा करते हुए पोस्ट किया था कि यह किसी भी पेमेंट मेथड का उपयोग करने पर ग्राहकों से कोई सुविधा या लेनदेन शुल्क नहीं लेगा जिसमें कार्ड, यूपीआई और वॉलेट शामिल हैं।
फोनपे भी वसूलता है सरचार्ज
पेटीएम के समान, फोनपे ने पिछले साल अक्टूबर में एक सरचार्ज करना शुरू कर दिया था, जिसे यह 50 रुपये से अधिक के मोबाइल रिचार्ज के लिए ग्राहकों को “प्रोसेसिंग फीस” देने के लिए कहता है। वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली कंपनी ने उस समय कहा था कि यह शुल्क “स्मॉल स्केल एक्यपीरियंस” के तहत लागू है और सभी यूजर्स पर प्रभाव नहीं डाल रहा।
सैंकड़ों यूजर्स की शिकायत
सोशल मीडिया पर उपलब्ध उपयोगकर्ता रिपोर्ट से संकेत मिलता है कि उनके फोनपे खाते पर अतिरिक्त शुल्क का भुगतान करने वाले उपयोगकर्ताओं की संख्या कम नहीं है क्योंकि सैकड़ों उपयोगकर्ताओं ने बताया है कि प्लेटफ़ॉर्म उनके मोबाइल रिचार्ज के लिए अतिरिक्त शुल्क लगा रहा है। फोनपे और पेटीएम दोनों ने अभी तक आधिकारिक तौर पर उन स्टैंडर्ड का खुलासा नहीं किया है जिसके तहत वे अतिरिक्त शुल्क वसूलने के लिए ग्राहकों को चुन रही हैं।
ये प्लेटफॉर्म नहीं ले रहे चार्ज
अमेजन पे और गूगल पे सहित प्लेटफॉर्म इस समय मोबाइल रिचार्ज के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं ले रहे हैं। इसलिए, यूजर्स अपने रिचार्ज के लिए कुछ समय के लिए इन प्लेटफार्मों का इस्तेमाल कर सकते हैं। मगर हो सकता है कि यह प्लेटफॉर्म भी इसी तरह का शुल्क लेना शुरू कर दें। पर फिलहाल यह ऐसा कोई शुल्क नहीं ले रही हैं।
भारतीय भुगतान परिषद (पीसीआई) के अध्यक्ष विश्वास पटेल के अनुसार देश में दूरसंचार कंपनियों ने हाल ही में ऑनलाइन रिटेलर्स को लेनदेन पर कमीशन को लगभग 50 प्रतिशत-इन-पॉइंट (पीआईपी) तक घटा दिया है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि यदि कोई ग्राहक क्रेडिट कार्ड के माध्यम से भुगतान कर रहा था, जहां मर्चेंट डिस्काउंट रेट (एमडीआर) 1.8 प्रतिशत है, तो ऑनलाइन रिटेलर के लिए रिचार्ज