इमामगंज(गया)। गूगल मैप ने हमारी जिंदगी को कितना आसान कर दिया है, लेकिन कई बार इससे धोखा भी हो जाता है। कई बार गलती मैप में होती है तो कई बार इस्तेमाल करने वाला ही समझने में भूल कर जाता है। दिल्ली के इस दंपती के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। इसके बाद दिल्ली से कार चलाते हुए बिहार के भागलपुर के लिए निकले पति-पत्नी नक्सलियों के इलाके में पहुंच गए। बिहार के ही गया जिले के इमामगंज इलाके में पहुंचने के बाद इन्हें लुटेरों ने घेर लिया। दंपती ने भागने की कोशिश की तो लुटेरों ने उन्हें गोली मार दी, लेकिन कहानी इतने से खत्म नहीं हुई।
इमामगंज प्रखंड मुख्यालय से थोड़ी ही दूर पर घटना
इमामगंज प्रखंड मुख्यालय से दो किलोमीटर दूर वंशी गांव के समीप लूटेरों ने दिल्ली की दंपती को निशाना बनाया। यह वारदात तब हुई जब दिल्ली से होंडा सिटी कार डीएलबीए-4906 पर सवार होकर 38 वर्षीय मो.चांद एवं 32 वर्षीय साहिस्ता चांद, भागलपुर जा रहे थे। तभी लुटेरों ने दंपति को निशाना बनाया और वारदात को अंजाम दिया। उसके बाद फरार हो गए। लंबी यात्रा पर रहे दंपती के पास जेवरात व अन्य महंगा कपड़ों भी थे, लुटेरों ने दंपती के पास से कीमती एवं अन्य सामानों की भी लूटा है या नहीं। पीड़ित महिला का कहना है कि उनके पास कोई महंगा सामान नहीं था। पति चांद दिल्ली में जूता का कारोबार करते हैं। भागलपुर में मायके है, वहां परिवार में एक व्यक्ति का निधन हो गया था। इसी कार्य में शामिल होने के लिए जा रहे थे। महिला का कहना है कि गूगल मैप से रास्ते की गलत जानकारी मिलने के बाद वो लोग भटक कर इमामगंज चले गए।
गूगम मैप से मिली गलत जानकारी बनी वारदात की वजह!
शनिवार की रात घने कोहरे के कारण गूगल मैप से सड़क के मार्ग की तलाश की। लेकिन रास्ता की गलत जानकारी दी। रास्ता भटकने के कारण वह गया जिले के इमामगंज थाना क्षेत्र में पहुंच गए। उन्होंने स्पष्ट किया कि एक बाइक पर दो लुटेरे थे, जो आधा किलोमीटर से गाड़ी का पीछा कर रहे थे। हथियार लेकर आए थे। लूटपाट की कोशिश की गई थी, लेकिन उनके पास कुछ नहीं था। इसी क्रम में गोली पहले मेरे ऊपर चलाई गई। लेकिन गोली मुझे छूते हुए पति को लगी। इसके बाद लुटेरा भाग गया। मदद के लिए गुहार भी लगाई लेकिन ग्रामीणों की मदद नहीं मिली। घायल अवस्था में गाड़ी को एक गौशाला के पास रोका गया, जहां पर कुछ ग्रामीण थे। उन ग्रामीणों को पूरी घटना बताई। तब ग्रामीणों ने दंपती को बताया कि गलत रास्ते पर आ गए हैं। ग्रामीणों की मदद से दंपती को सीएचसी लाया गया, जहां से उन्हें गया के मेडिकल कॉलेज व अस्पताल भेजा गया।
कार की पिछली सीट पर मिली महिला की जूती
वारदात के कई घंटा बीतने के बाद भी इमामगंज डीएसपी, थानाध्यक्ष व पुलिस पदाधिकारी गंभीर नहीं हुए। पूरा मामले को हल्के में लिया। पुलिस सतर्क रहती तो लूटेरों को पकड़ा जाता। इसे एसएसपी ने गंभीरता से लिया है। खुद इस मामले को देख रहे हैं। होंडा सिटी कार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इमामगंज में लगी है। उस कार के अगले सीट पर खून के छींटे भी हैं। इतना ही नहीं महिला की एक जूती गाड़ी के पिछले सीट पर मिली है। खून से लगा शाल और दुपट्टा, बैग एवं अन्य कागजात गाड़ी में हैं, जो बड़ी घटना की ओर इशारा कर रहे हैं। लेकिन स्थानीय पुलिस फिर भी मौन है। इतनी बड़ी वारदात के बाद भी इमामगंज थाना की पुलिस बिल्कुल शिथिल है।
एसएसपी आदित्य कुमार ने बताया कि दोनों दंपति यहां केस दर्ज कराने के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन वारदात के बाद उनका मेडिकल कॉलेज थानाध्यक्ष द्वारा फर्द बयान कराया गया है, उसके आधार पर प्राथमिकी दर्ज कराया जाएगा। पुलिस कैप का मामला अभी उलझा हुआ है। आपको बता दें कि इमागंज का इलाका नक्सलियों के प्रभाव वाला माना जाता है।