Action In Nitish Government: पटना जिले में तीन साल से एक ही स्थान पर रुके 258 कर्मचारियों का बुधवार को तबादला कर दिया गया. ऐसा पहली बार देखने को मिल रहा है कि करीब 200 कर्मचारियों को ग्रामीण इलाकों से शहरी इलाकों में बुलाया गया है. जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने तबादला कर्मचारियों की सूची जारी की.
पटना जिले में पिछले 3 से 7 साल से 258 कर्मचारी विभिन्न कार्यालयों में पदस्थापित थे. इनमें से अधिकांश कर्मचारी ऐसे थे कि स्थानांतरण के समय वे शहरी क्षेत्र में अपनी पोस्टिंग करवाते थे। कुछ कर्मचारियों ने जिलाधिकारी को फोन कर जानकारी दी थी कि पिछले कई वर्षों से जिला मुख्यालय में कर्मचारियों का स्थानांतरण के समय एक शाखा से दूसरी शाखा में तबादला किया जा रहा है.
डीएम ने तबादले को लेकर डीडीसी की अध्यक्षता में कमेटी बनाई थी। सूची तैयार होने के बाद डीएम ने अपने स्तर से जांच शुरू की, जिसमें 17 कर्मचारी ऐसे थे. वर्षों से जिला मुख्यालयों को विभिन्न शाखाओं में स्थानांतरित कर दिया गया। डीएम ने इन सभी 17 कर्मचारियों को घोस्वारी, पालीगंज, धनरुआ, बाढ़, बख्तियारपुर, मसौढ़ी आदि प्रखंड व अंचल कार्यालयों में स्थानांतरित कर दिया है.
ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने वाले कर्मचारियों को 4% मकान किराया दिया जाता है, जबकि शहरी क्षेत्रों में काम करने वालों को 16% मकान किराया दिया जाता है। इस प्रकार लगभग 200 कर्मचारी ऐसे थे जिन्हें पिछले कई वर्षों से जिला मुख्यालय में काम करने का मौका नहीं मिल रहा था। जिलाधिकारी ने सूची का मिलान कर जिला मुख्यालय में लंबे समय से कार्यरत कर्मचारियों का ग्रामीण क्षेत्र के कार्यालय में तबादला कर दिया, जबकि ग्रामीण क्षेत्र के कर्मचारियों को जिला मुख्यालय लाया गया है.