पश्चिम चंपारण (बगहा)। प्रदूषण और बढ़ रही आबादी के कारण धरती की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे। लगातार पेड़ों की कटाई हो रही। जिसके कारण जंगल सिमटते जा रहे। पृथ्वी की सुरक्षा के लिए पेड़ पौधों की सुरक्षा आवश्यक है। पेड़ों की सुरक्षा के लिए आजीवन कुंवारे रहने का संकल्प लेने वाले गजेंद्र यादव ने हरे पेड़ों के पातन को रोकने के लिए युवाओं की टीम बनाई है। बिना अनुमति हरे पेड़ काटने वालों को यह टीम सबक सिखाती है। पेड़ों की कटाई रोकने के साथ समिति सदस्य वन अधिकारियों को सूचना देते हैं। इस मुहिम में आदिवासी समाज भी बढ़ चढ़ कर सहयोग कर रहा।
बगहा दो प्रखंड के एक दर्जन गांवों में समिति कार्य कर रही। अबतक आधा दर्जन मामलों की शिकायत पर वन अधिकारियों ने संज्ञान लिया। वन महकमा भी लोगों को पेड़ों की सुरक्षा के लिए जागरूक कर रहा। गजेंद्र बताते हैं कि सरकारी भूखंडों पर लगे पेड़ों की सुरक्षा के लिए यह पहल की गई। धीरे-धीरे युवा जुड़ते गए तथा दायरा बढ़ता गया। वर्तमान में बगहा एक व दो प्रखंड के करीब एक दर्जन गांवों में चार दर्जन से अधिक युवा इस मुहिम से जुड़े हुए हैं। उद्देश्य सिर्फ एक है कि धरती की हरियाली को बरकरार रखने में सरकार के साथ कदमताल दी जा सके।
अलग अलग टीमें कर रही हैं काम
बगहा दो प्रखंड के बकुली पंचगांवां पंचायत के बकुली गांव में अमन कुमार के नेतृत्व में टीम काम कर रही। टीम में विनय कुमार, दीपक कुमार, संजय महतो व अग्निदेव पटवारी शामिल हैं। समरकोल गांव में रामजीत राम के नेतृत्व में टीम काम कर रही। जिसमें आकाश राम, बृजेश राम, सुदर्शन चौधरी, जितेंद्र राम, रतनपुरवा गांव में विवेक कुमार यादव के नेतृत्व में गठित टीम में दीपू कुमार, प्रेम कुमार, दिलीप कुमार आदि काम कर रहे। इसी तरह मिश्रौली गांव में चंदेश्वर राय के नेतृत्व में टीम काम कर रही। बगहा एक प्रखंड के अहिरवलिया गांव में चंदन कुमार के नेतृत्व में घनश्याम यादव, अतुल पांडेय, वेदांत कुमार आदि काम कर रहे। पुरैना गांव में जयप्रकाश यादव के नेतृत्व में टीम काम कर रही। बगहा दो के यमुनापुर टड़वलिया गांव में विकास कुशवाहा, धीरेंद्र यादव, रामप्रवेश भारती आदि काम कर रहे हैं। बगहा एक प्रखंड के पतिलार में मनोहर कुमार के नेतृत्व में टीम काम कर रही है। टीम के सदस्यों ने कहा कि हरे पेड़ों को कटने से बचाने के लिए हर आवश्यक कदम उठाए जाते हैं।
अबतक दर्जनों पेड़ों को कटने से बचाया गया
पर्यावरण प्रेमी गजेंद्र यादव की देखरेख में गठित कमेटियों के द्वारा इलाके में कई बार हरे पेड़ों को कटने से बचाने के लिए आवाज उठाई गई। नगर के वाणीपट्टी में नाली बनाने के दौरान पीपल के पुराने पेड़ को काटने की कवायद शुरू हुई तो गजेंद्र स्वयं मौके पर पहुंचे व इसका प्रतिकार किया। उनके प्रयास से पेड़ कटने से बच गया। मारवाड़ी धर्मशाला के सटे सड़क बनवाने के क्रम में पीपल का पेड़ कटने जा रहा था, जिसपर रोक लगाई गई। भैरोगंज थाना क्षेत्र के जुड़ापाकड़ गांव में असमाजिक तत्वों के द्वारा एक नये बगीचे को कटकर नष्ट कर दिया गया। टीम ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई। इसके साथ फैक्ट्रियों द्वारा नदियों मे जहरीले पानी व कचरे को छोड़ने पर टीम ने आवा उठाई। सड़क किनारे लगे पेड़ों के कटने की सूचना पर टीम पहुंची और संबंधित थानों में प्राथमिकी दर्ज कराई। इस कारण अब सरकारी भूखंड पर लगे पेड़ों को काटने की कोई हिम्मत नहीं दिखाता।
– युवाओं का प्रयास बेहद सराहनीय है। हमें अपने पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति सजग व सतर्क रहना चाहिए।
एचके राय, मुख्य वन संरक्षक, वीटीआर