एक ऐसा स्कूल जहां सड़क किनारे स्टूडेंट्स करते हैं प्रार्थना, पढ़ें पूरी खबर

कोडरमा जिला में एक ऐसा स्कूल है जहां स्टूडेंट्स सड़क किनारे प्रार्थना करने को मजबूर हैं. जब स्टूडेंट्स प्रार्थना सभा में शामिल होते हैं, उस वक्त टीचर्स सड़क पर पूरी तरह से मुस्तैद दिखते हैं. इसके बावजूद उन्हें हमेशा डर लगा रहता है. लेकिन, आज तक किसी ने इसकी कोई सुध नहीं ली है.

झारखंड सरकार शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने के लिए भले ही लाख प्रयास कर रही है, पर धरातल पर नौनिहालों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. कुछ जगह तो ऐसे हैं जहां नौनिहाल पढ़ाई से पहले अलग तरह की समस्या से जूझते हैं. यही नहीं उनकी जान जोखिम में भी रहती है. इन दिनों कुछ इसी तरह का हाल कोडरमा जिला अंतर्गत चंदवारा प्रखंड मुख्यालय में स्थित आदर्श मध्य विद्यालय का है.

सड़क किनारे प्रार्थना सभा में शामिल होते स्कूली बच्चे

Whatsapp Group Join
Telegram channel Join

वैश्विक महामारी कोरोना काल के बाद सरकारी स्कूलों में बच्चों का नामांकन अचानक बढ़ा है, तो इस स्कूल में जगह की कमी ऐसी हो गई है कि बच्चों की प्रार्थना सभा सड़क किनारे करनी पड़ रही है. बच्चे सुबह में जब प्रार्थना सभा में आते हैं, तो परिसर में जगह कम पड़ने की वजह से इन्हें सड़क किनारे खड़ा होकर प्रार्थना करनी पड़ती है. यही नहीं जगह की कमी के कारण बच्चों का खेलकूद भी प्रभावित है. इसके साथ ही बच्चों को बैठाने के लिए जगह कम पड़ रही है, तो जर्जर हो रहे कमरे सहारा बने हुए हैं. बेंच डेस्क की कमी अलग है.

957 स्टूडेंट्स अध्ययनरत

जानकारी के अनुसार, आदर्श मध्य विद्यालय रांची-पटना रोड से जुड़े शिव मंदिर रोड में संचालित है. कोरोना काल के पूर्व इस विद्यालय में 638 बच्चों का नामांकन था, पर नये सत्र में 319 और बच्चों का नामांकन हुआ है. इस तरह वर्तमान में 957 छात्र-छात्राएं यहां अध्ययनरत हैं. कक्षा 8 तक के इस विद्यालय में 13 शिक्षक-शिक्षिकाएं तो हैं, पर समस्याओं की वजह से पठन-पाठन पर भी असर पड़ रहा है.

प्रार्थना सभा के दौरान शिक्षक सड़क पर रहते हैं मुस्तैद

सबसे बड़ी समस्या प्रार्थना सभा एवं अन्य गतिविधियों को लेकर है. जिस सड़क पर यह विद्यालय स्थित है वह चंदवारा को चौपारण से भी जोड़ती है. इस सड़क से अक्सर वाहन नवादा, करमा, महथाडीह, पुरनाथाम तक आते-जाते रहते हैं. बावजूद विद्यालय में जगह की कमी के कारण सड़क किनारे प्रार्थना सभा लगानी पड़ रही है. विद्यालय परिसर की जगह कम होने की वजह से बच्चे सड़क किनारे प्रार्थना करते हैं, तो शिक्षकों की अलग ड्यूटी लग जाती है. शिक्षक रोड पर मुस्तैद रहते हैं, ताकि आने-जाने वाले वाहनों से कोई अप्रिय घटना ना घटित हो जाये.

जगह की कमी के कारण होती है परेशानी

इस संबंध में प्रधानाध्यापिका नीलम कुमारी ने बताया कि विद्यालय में जगह कम है, इसलिए समस्या आती है. हालांकि, बच्चों का पठन-पाठन अच्छी तरह से हो रहा है. शिक्षकों को मुस्तैद कर बच्चों को सुरक्षा दिया जा रहा है. जगह की कमी की समस्या को लेकर वरीय पदाधिकारी को अवगत कराउंगी, ताकि भविष्य में कोई अप्रिय घटना ना हो जाये.

क्या कहते हैं स्टूडेंट्स

छात्रा अनु कुमारी कहती है कि विद्यालय परिसर में जगह की कमी है, इसलिए परेशानी होती है. प्रार्थना सभा सड़क किनारे करनी पड़ती है, इससे डर बना रहता है. समस्या का समाधान होना चाहिए. वही, छात्रा दीपिका कुमारी कहती हैं कि विद्यालय में खेलकूद का सामान उपलब्ध है, पर जगह की कमी के कारण हम खेल नहीं सकते. प्रार्थना सभा भी सड़क किनारे होती है. अगर यह समस्या दूर हो जाती, तो अच्छा रहता. इसके अलावा छात्रा संध्या कुमारी कहती हैं कि विद्यालय में बच्चे अधिक हो गये हैं. पढ़ाई तो ठीक होती है, पर जगह की कमी की वजह से काफी परेशानी है. प्रार्थना सभा को लेकर अतिरिक्त जगह की व्यवस्था होनी चाहिए.

सरकार दें ध्यान

आठवीं कक्षा के छात्र आर्यन कुमार ने कहा कि विद्यालय में बच्चों की संख्या ज्यादा है और जगह कम है. इसलिए परेशानी ज्यादा होती है. प्रार्थना सभा को लेकर सबसे ज्यादा परेशानी है. वहीं छात्र चंदन कुमार ने कहा कि विद्यालय परिसर में प्रार्थना की जगह कम है. जब सड़क किनारे प्रार्थना कर रहे होते हैं, तो अक्सर वाहन आने से डर बना रहता है कि कोई हादसा ना हो जाये. सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए. इसके अलावा विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष संदीप कुमार ने कहा कि विद्यालय प्रबंधन के पास जगह की कमी हो गई है. बच्चे अधिक हो गये हैं. समस्या से हम सभी अवगत हैं. सड़क किनारे प्रार्थना सभा होने से डर बना रहता है. इसको लेकर अधिकारियों को अवगत कराया जायेगा.