देश में लगातार बढ़ती महंगाई के बीच कर्ज और जमा की ब्याज दरों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। हाल के दिनों में कई सरकारी और गैर सरकारी बैंकों ने अपनी उधारी दरों में बढ़ोतरी के साथ-साथ फिक्स्ड डिपॉजिट यानी FDs की ब्याज दरें भी बढ़ाई है इसके बाद निवेशकों के लिए FD थोड़ा और आकर्षक हो गया है अगर आप बिना कोई जोखिम लिये अगले 5 साल में फिक्स रिटर्न चाहते हैं, तो बैंकों की एफडी एक बेहतर ऑप्शन हो सकती हैं। 5 साल की FD पर निवेशकों को टैक्स डिडक्शन का भी लाभ मिलता है।
SBI : SBI 5 साल की एफडी पर सालाना 5.50 फीसदी ब्याज दे रहा है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह दर 6.30 प्रतिशत है। ये ब्याज दरें 2 करोड़ रुपये से कम जमा पर 15 फरवरी, 2022 से लागू हैं।
BoB : बैंक ऑफ बड़ौदा 5 साल की एफडी पर सालाना 5.35 फीसदी ब्याज दे रहा है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए ये दरें 6.00 प्रतिशत हैं। ये ब्याज दरें 22 मार्च, 2022 से 2 करोड़ रुपये से कम की जमा पर लागू हैं।
HDFC : HDFC बैंक 5 साल की एफडी पर 5.60 फीसदी सालाना ब्याज दे रहा है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए ब्याज दरें 6.10 प्रतिशत हैं। ये ब्याज दरें 2 करोड़ रुपये से कम जमा पर 18 मई 2022 से लागू हैं।
ICICI : ICICI बैंक 5 साल की एफडी पर 5.60 फीसदी सालाना ब्याज दे रहा है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह ब्याज दर 6.1 प्रतिशत है। 2 करोड़ रुपये से कम की जमा, ये दरें 21 मई 2022 2020 से लागू हैं।
5 साल की FD पर टैक्स सेविंग : अगर आप किसी बैंक में 5 साल के लिए FD कराते हैं तो आपको सेक्शन 80C में टैक्स छूट का फायदा मिलता है। हालांकि, FD से अर्जित ब्याज पर टैक्स लगता है। इसमें एक वित्त वर्ष में अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर टैक्स बचाया जा सकता है। इसमें 5 साल का लॉक इन पीरियड होता है। यह अवधि 10 साल तक बढ़ाई जा सकती है। (नोट: FD की ब्याज दरें बैंकों की आधिकारिक वेबसाइटों से ली गई हैं।)