नई दिल्ली. देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच अब सैन्य संस्थाएं भी कमर कस कर जनता की सेवा के लिए तैयार हो गई है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना को तैयारी करने को कहा है. तीनों सेनाएं- भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना के अस्पतालों को भी तैयार रहने को कहा गया है. सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवने और रक्षा सचिव अजय कुमार के साथ एक बैठक में, राजनाथ सिंह ने विभिन्न राज्यों में स्थानीय कमांडरों को अपने संबंधित मुख्यमंत्रियों से मिलने और इस संकट के समय जरूरत के मुताबिक मदद करने के निर्देश दिया है.रक्षा मंत्रालय द्वारा यह फैसला राज्यों द्वारा की गई तमाम अपीलों के बाद आया है.
मंत्रालय ने सभी 63 छावनी बोर्डों को भी कहा है कि वे छावनी परिसर के बाहर रहने वाले लोगों के लिए अपने दरवाजे खोलें. DRDO दिल्ली, लखनऊ, अहमदाबाद, पटना और नासिक सहित पांच शहरों में कोविड अस्पतालों को फिर स्थापित करने और दोबारा संचालित कर रहा है.
बता दें रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए दिल्ली हवाईअड्डे के नजदीक स्थित एक अस्पताल को दोबारा खोलने का फैसला किया है. उन्होंने बताया कि इस चिकित्सा केंद्र की शुरुआत सोमवार को 250 बिस्तरों के साथ की जाएगी और कुछ दिनों में इसकी क्षमता 500 बिस्तरों तक बढ़ाई जाएगी. अधिकारियों ने बताया कि सभी बिस्तरों के साथ ऑक्सीजन सिलेंडर होगा और केंद्र में उचित संख्या में वेंटिलेटर और अन्य आधारभूत चिकित्सा सुविधाएं होंगी.
इससे पहले रक्षा मंत्री ने डीआरडीओ को निर्देश दिया है कि लखनऊ में कोविड-19 के रोगियों के लिए वह 250 से 300 बिस्तरों वाले दो अस्पतालों का निर्माण करे. यह जानकारी शुक्रवार को सूत्रों ने दी. उन्होंने कहा कि इनमें से प्रत्येक अस्पताल में 250 से 300 बिस्तर होंगे.बिहार सरकार ने DRDO से मदद का अनुरोध किया है. प्रमुख सचिव प्रत्यय अमृत ने रक्षा सचिव से अनुरोध किया है कि ESI अस्पताल को 500 बिस्तरों वाले अस्पतालों को फिर से शुरू करने के लिए AFMC से 50 डॉक्टरों को भेजा जाए.
डीआरडीओ के पीआरओ डॉ. एनके आर्य ने कहा कि अन्य राज्यों से भी हमें अनुरोध मिले. गाजियाबाद से राज्यसभा सांसद डॉ.अनिल अग्रवाल ने राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर जिले के अस्थायी डीआरडीओ कोविद अस्पताल के लिए अनुरोध किया है.