उनका पूरा परिवार लालू प्रसाद यादव की जेल से रिहाई के लिए प्रार्थना कर रहा है। चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जमानत याचिका पर शनिवार को रांची की सीबीआई अदालत में सुनवाई होनी है। उनके बड़े बेटे तेजप्रताप यादव, छोटा बेटा और बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, बेटी रोहिणी आचार्य, मीसा भारती, पत्नी राबड़ी देवी सहित पूरा परिवार इस याचिका के मंजूर होने का इंतजार कर रहा है। उनकी जमानत याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई होने वाली थी, लेकिन अदालत बंद होने के कारण मामले को एक दिन के लिए टाल दिया गया है। लालू करीब साढ़े तीन साल जेल में रहे हैं। उनकी जमानत याचिका दो महीने पहले खारिज कर दी गई थी।
पुत्र और पुत्रियाँ भगवान से प्रार्थना करते हुए
लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप ने नवरात्रि में देवी की पूजा की और अपने पिता की रिहाई के लिए प्रार्थना की, दूसरी ओर, तेजस्वी यादव ने झारखंड के देवघर में बाबा बैजनाथ धाम और बाबा बासुकीनाथ धाम में दर्शन किए। उनकी बहन रोहिणी आचार्य अपने पिता की रिहाई के लिए उपवास कर रही हैं। इसको लेकर बिहार में काफी राजनीति भी हुई है।
भाजपा नेता ने कहा- कोई हल नहीं चलेगा
भाजपा के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा था कि लालू परिवार का कोई हल नहीं चलेगा क्योंकि इस परिवार ने भ्रष्टाचार के कारण अपार संपत्ति बनाई है। लालू के परिवार ने भगवान और अल्लाह दोनों को धोखा दिया है, इसलिए भगवान उनकी प्रार्थना स्वीकार नहीं कर सकते।
उम्र और स्वास्थ्य के आधार पर जमानत मांगी जाती है
लालू प्रसाद यादव की ओर से अदालत को बताया गया कि उनकी आधी सजा पूरी हो चुकी है और वह इस मामले में अपील करने भी गए हैं। इसलिए उसकी उम्र और स्वास्थ्य को देखते हुए जमानत दी जानी चाहिए। दूसरी ओर, सीबीआई का कहना है कि लालू प्रसाद की आधी सज़ा अभी तक नहीं हुई है। वह 7 से 7 साल के दो वाक्यों का सामना करता है और दोनों को अलग-अलग परोसा जाता है। इस संदर्भ में उसे लगातार 14 साल जेल में रहना होगा और उसकी आधी सजा 7 साल की जेल के बाद पूरी होगी। सीबीआई ने इस आधार पर लालू की याचिका पर सवाल उठाए और उन्हें जमानत देने का जोरदार विरोध किया।
एक बार फिर से स्थगित करके समर्थकों में निराशा
लालू की जमानत याचिका पर सुनवाई के कई दौर हो चुके हैं, इसलिए कई बार मामले को टाल दिया गया है। सुनवाई टल जाने के बाद राजद समर्थकों और लालू के परिवार में निराशा है। हालांकि, इस बार मामले की सुनवाई को अधिक दिनों के लिए स्थगित नहीं किया गया है। उम्मीद है कि अदालत शनिवार को मामले में अपना फैसला देगी। लालू का वर्तमान में बीमार होने के कारण दिल्ली एम्स में इलाज चल रहा है।
Source-jagran