बिहार से मानसून की वापसी, भारी बारिश के लिए पांच दिन करना होगा इंतजार
पटना। बिहार में फिलहाल मानसून कमजोर पड़ गया है। आईएमडी के अनुसार अगले 4-5 दिनों तक प्रायद्वीपीय और मध्य भारत में मानसून के सक्रिय रहने की संभावना है। इसलिए अगले चार-पांच दिनों तक बिहार में बहुत अच्छी और भारी बारिश की संभावना नहीं है।
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हालांकि, कुछ स्थानों पर सामान्य से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान है। लेकिन इस दौरान तापमान में एक-दो डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है।
बिहार में कब लौटेगा मानसून
आईएमडी पटना के अनुसार, चक्रवाती परिसंचरण और स्थानीय मौसमी परिस्थितियों के कारण बिहार में बारिश के आसार हैं। मानसून की सक्रियता को लेकर मौसम विज्ञानियों का कहना है कि अब यह कहना संभव नहीं है कि मानसून की ट्रफ लाइन एक बार फिर बिहार की ओर कब शिफ्ट होगी? इधर, अगले दो दिनों तक स्थानीय कारणों से उत्तर-पूर्व और दक्षिणी बिहार में वज्रपात के कारण बारिश हो सकती है। इस दौरान कई जगहों पर बिजली गिरने की भी आशंका है। इसे लेकर येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। इस बीच, किशनगंज और अररिया में भारी बारिश की भी संभावना है।
कई जिलों में सामान्य से कम बारिश
दक्षिण-पश्चिम मानसून के कारण बिहार के अधिकांश जिलों में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है। खास बात यह है कि इस बार दक्षिण और उत्तर बिहार के कई जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। हालांकि, दक्षिण बिहार की स्थिति तुलनात्मक रूप से उत्तर बिहार से बेहतर है। अगर बारिश के आंकड़ों का तुलनात्मक अध्ययन करें तो बेशक उत्तर बिहार में नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है, लेकिन इसका एक बड़ा हिस्सा कम बारिश वाला क्षेत्र बन गया है। दिलचस्प तथ्य यह है कि रविवार सुबह तक बिहार में 296 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से एक फीसदी से भी कम है। इसका सीधा कारण यह है कि किशनगंज, अरवल, सीवान और पश्चिमी चंपारण में सामान्य से कहीं ज्यादा बारिश हुई है।
सहरसा में सबसे कम बारिश हुई
उत्तर बिहार के करीब 17 जिलों में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है। उदाहरण के लिए, बेगूसराय में सामान्य से 25% कम बारिश दर्ज की गई है, भागलपुर में सामान्य से 24% कम बारिश दर्ज की गई है, पूर्णिया में 20% कम बारिश दर्ज की गई है, मधुबनी में 38% कम बारिश दर्ज की गई है, सहरसा में 43% कम बारिश दर्ज की गई है, सुपौल में 23% कम बारिश दर्ज की गई है, वैशाली में 34% कम बारिश दर्ज की गई है, मधेपुरा में 33% कम बारिश दर्ज की गई है, कटिहार में 19% कम बारिश दर्ज की गई है, दरभंगा में सामान्य से 35% कम बारिश दर्ज की गई है, समस्तीपुर में 40% कम बारिश दर्ज की गई है, सारण में 39% कम बारिश दर्ज की गई है, मुजफ्फरपुर में 26% कम बारिश दर्ज की गई है, नालंदा में 4% कम बारिश दर्ज की गई है, मुंगेर में सामान्य से 20% कम बारिश दर्ज की गई है, सीतामढ़ी में सामान्य से 9% कम बारिश दर्ज की गई है और सुपौल में सामान्य से 23% कम बारिश दर्ज की गई है। जहां तक सामान्य से कम वर्षा के मामले में दक्षिण बिहार की स्थिति का सवाल है, पटना जिले में सामान्य से 31% कम वर्षा दर्ज की गई है, भभुआ में 26%, रोहतास में 30%, जहानाबाद में 8%, जमुई में 7%, लखीसराय में 5%, गया में 01%, बक्सर में 3%, भोजपुर में 13%, औरंगाबाद में 05%, बांका में 03% और शेखपुरा में सामान्य से 07% कम वर्षा दर्ज की गई है।
शाम को हुई बारिश के बाद राहत, दिनभर उमस भरी गर्मी
पटना और आसपास के इलाकों में मानसून कमजोर बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार अगले 24 घंटे में शहर में आंशिक बादल छाए रहेंगे। आर्द्रता 80 प्रतिशत रहने के कारण लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत नहीं मिलेगी। कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। मौसम विज्ञानियों ने बताया कि वर्तमान में बंगाल की खाड़ी में समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर कम हवा के दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके कारण मानसून कुछ हद तक सक्रिय हो सकता है। वहीं, रविवार को शहर का अधिकतम तापमान सामान्य से 2.1 डिग्री अधिक 35.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जिसके कारण लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ा। न्यूनतम तापमान भी 27.9 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि शाम करीब साढ़े पांच बजे शहर के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हुई। इससे लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली। सोमवार को अधिकतम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होगी।