जिले के डेढ़ सौ शिक्षकों ने योगदान के बाद नौकरी छोड़ दी

जिले के डेढ़ सौ शिक्षकों ने योगदान के बाद नौकरी छोड़ दी

बिहार न्यूज़ डेस्क: नवनियुक्त शिक्षकों ने नियुक्ति पत्र तो ले लिया, लेकिन 150 योगदान देने स्कूल नहीं पहुंचे. पटना जिले की बात करें तो जिले में 4856 नवनियुक्त शिक्षकों का चयन हुआ था, लेकिन अंतत: 41 सौ शिक्षकों ने ही योगदान दिया.

नए साल से पहले Jio ने दिया अपने यूजर्स को तोहफा! 389 दिनों का नया रिचार्ज प्लान लॉन्च

इसके अलावा चार सौ शिक्षकों ने चयन के बाद नियुक्ति पत्र नहीं लिया। पटना जिला शिक्षा कार्यालय के अनुसार कुल चयनित शिक्षकों में से करीब साढ़े सात सौ शिक्षकों ने योगदान नहीं दिया है. आपको बता दें कि शिक्षकों के योगदान नहीं देने के कारण पटना जिले में विषयवार शिक्षकों की कमी अभी भी बनी हुई है. अब बीपीएससी द्वारा आयोजित दूसरे चरण के लिए नवनियुक्त शिक्षकों के चयन से विषयवार शिक्षकों की कमी पूरी की जायेगी.
विनय सौरभ का एकल काव्य पाठ का आयोजन किया गया

Whatsapp Group Join
Telegram channel Join

जगजीवन राम संसदीय अध्ययन शोध संस्थान में समन्वय संस्था द्वारा विनय सौरभ का एकल काव्य पाठ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कवि विनय सौरभ ने नोनीहाट पहुंचकर ‘पिता तुम, बड़ा आदमी, सांसद, इसे खरीदो प्लीज’ जैसी कई कविताएं सुनाईं. कार्यक्रम का संचालन आईपीएस सुशील कुमार ने किया. उन्होंने कहा कि विनय सौरभ स्मृतियों के कवि हैं. जन संस्कृति मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविभूषण ने कहा कि विनय सौरभ की कविताओं में एक कहानी है. इस कठिन समय के सबसे महत्वपूर्ण कवि विनय सौरभ स्मृतियों पर एक पूल बनाते हैं। सफदर इमाम कादरी ने कहा कि उनकी शायरी हमारे आसपास की शायरी है। इस मौके पर यादवेंद्र, कृष्णा समिध, डुमराव विधायक अजीत कुशवाहा आदि मौजूद थे.