मुजफ्फरपुर में अनोखी शादी, दुल्हन की विदाई पर रोया पूरा गांव;
आपने इन दिनों कई शादियां देखी होंगी, लेकिन बिहार के मुजफ्फरपुर की एक शादी इन दिनों हर किसी के चर्चा में है. दरअसल, इस शादी में दुल्हन की विदाई पर न केवल लड़की के माता-पिता बल्कि पूरा गांव रो पड़ा।
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बताया जा रहा है कि बेटियों के हाथ पीले करने में गरीबी और आर्थिक तंगी आड़े आ रही थी. बता दें कि सकरा प्रखंड के बाघनगरी में ग्रामीणों ने चंदा कर एक गरीब लड़की की शादी करा दी. विदाई के समय हर ग्रामीण की आंखें नम थीं। पैसे के अभाव में रात में दूधनाथ शिव मंदिर में बिना साज-सज्जा के ही विवाह की रस्में पूरी कर दी गईं।
इसके साथ ही विशुनपुर बाघनगरी पंचायत के वार्ड चार निवासी मुन्ना झा की दो बेटियां हैं. मुन्ना झा मानसिक रूप से विक्षिप्त है। वहीं दूसरी ओर पत्नी मेहनत मजदूरी कर किसी तरह अपनी दोनों बेटियों व पति का भरण-पोषण कर रही है. साथ ही बेटी की शादी के लिए पैसे नहीं होने से वह परेशान थी। इस पर गांव वालों ने निश्चय किया कि वे गरीबी और आर्थिक तंगी को विवाह में बाधक नहीं बनने देंगे; किसी ने धन की व्यवस्था की, किसी ने दहेज में अनाज की व्यवस्था की। वहीं, रात में बरात पहुंचने पर शादी की सभी रस्में खुशी-खुशी निभाई गईं।
साथ ही आपको बता दें कि इस शादी में गांव के लोग हर रस्म में खड़े नजर आए, जब अंजलि को विदा किया गया तो पूरे गांव के लोगों की आंखों से आंसू छलक पड़े. इस शादी को लेकर गांव वालों का कहना था, ”लड़की समाज की होती है, अगर माता-पिता पैसे के अभाव में उसकी शादी नहीं कर पा रहे हैं तो समाज को भी आगे आने की जरूरत है, अगर हर समाज में इस तरह का चलन है. ” तो निश्चित रूप से गरीब की बेटी घर में कुंवारी बनकर नहीं बैठेगी।” साथ ही ग्रामीणों ने कहा, “यह पहला प्रयास था कि अगर यह सफल रहा तो निश्चित रूप से समाज के सभी वर्गों के लोग बदलाव की ओर बढ़ेंगे। जिन लोगों की बेटियों की मदद मिलने के बाद शादी नहीं हो पा रही है, उन्हें सामाजिक सहयोग दिया जाएगा।