पटना :– बिहार में दक्षिण-पश्चिम मानसून की धीमी गति जारी है। राज्य में लोग अभी भी अच्छी बारिश का इंतजार कर रहे हैं। खासकर किसानों को मूसलाधार बारिश की सख्त जरूरत है, जिससे खेती का काम कुछ हद तक पटरी पर आ सके. सामान्य से कम बारिश के कारण खेती का काम बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
पिछले साल की तुलना में इस साल खेती का रकबा भी कम हुआ है। इन सबके बीच भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मानसूनी बारिश को लेकर ताजा अपडेट जारी किया है. इसके अनुसार राज्य में 18 अगस्त 2022 को बारिश की संभावना बहुत कम है. वहीं 17 अगस्त को सुबह से धूप के कारण औसत अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया, जबकि गरज के साथ हल्की बारिश हुई और दोपहर में बिजली
मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में 18 अगस्त को बिहार में बारिश की संभावना न के बराबर बताई है. मौसम विज्ञानियों का कहना है कि 19 अगस्त को राज्य के कुछ हिस्सों में मूसलाधार बारिश हो सकती है. इस दिन राज्य के अन्य हिस्सों में भी बारिश की संभावना है. इसके बाद राज्य में स्थिति पहले की तरह ही रहने की उम्मीद है।
आईएमडी का ताजा मौसम पूर्वानुमान किसानों की चिंता और बढ़ाने वाला है। दरअसल, दक्षिण-पश्चिम मानसून के दौरान बिहार में धान की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। इसके लिए अच्छी औसत बारिश जरूरी है, लेकिन पिछले कुछ हफ्तों से बिहार में अच्छी बारिश नहीं होने से कृषि से जुड़ी गतिविधियां पटरी से उतर गई हैं. इसका परिणाम यह हुआ कि गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष धान की बुआई के रकबे में कमी आई है।
21 अगस्त तक मौसम का पूर्वानुमान :- बिहार में 21 अगस्त तक मौसम का मिजाज कमोबेश शुष्क रहने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार 19 अगस्त को छोड़कर रविवार तक राज्य में हल्की बारिश की संभावना है। सामान्य बारिश की संभावना बहुत कम है। इससे जहां एक तरफ भूजल का स्तर नीचे जाने की आशंका बढ़ गई है, वहीं दूसरी तरफ कृषि क्षेत्र पर भी असर पड़ने की आशंका है.
फिर पारा चढ़ने लगा :- बारिश न होने और सुबह जल्दी निकलने वाली धूप से बिहार का पारा चढ़ गया है. बुधवार को बिहार का औसत अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया. इससे लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ा। हालांकि शाम को हुई बारिश से थोड़ी राहत तो मिली, लेकिन उमस के कारण लोगों के पसीने छूट गए।