केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया पर जवाबदेही विश्व स्तर पर एक वैध प्रश्न बन गया है। मंगलवार को उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया को कैसे जवाबदेह बनाया जाए, इस पर तेजी से काम चल रहा है।
उन्होंने कहा इसके इसे जवाबदेह ठहराना महत्वपूर्ण है, पहले स्व-नियमन से शुरू होगा, फिर उद्योग विनियमन, उसके बाद सरकार के विनियमन होगा।
सोशल मीडिया को विनियमित करने और इसे जवाबदेह ठहराने पर भारत के केन्द्रीय मंत्री वैष्णव का बयान ऐसे समय में आया है जब एक दिन पहले ट्विटर ने माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर पोस्ट की गई सामग्री को हटाने के केंद्र सरकार के आदेशों के खिलाफ अदालत का रुख किया है।
समाचार एजेंसी एएनआई को दिए बयान में आईटी मंत्री के हवाले से कहा गया “एक पारिस्थितिकी तंत्र, विचार प्रक्रिया जिसे सोशल मीडिया को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए, हमारे देश के साथ-साथ विश्व स्तर पर भी फैल रहा है।
इसे कैसे जवाबदेह बनाया जाए, इस पर तेजी से काम चल रहा है।चाहे वह कोई भी कंपनी हो, किसी भी क्षेत्र में, उन्हें भारत के कानूनों का पालन करना चाहिए। संसद द्वारा पारित कानूनों का पालन करना सभी की जिम्मेदारी है।”
आईटी मंत्री ने बताया पिछले आठ वर्षों में देश में स्टार्टअप्स की संख्या कैसे बढ़ी है। उन्होंने आठ साल पहले मुट्ठी भर स्टार्टअप से लेकर 70,000 से अधिक स्टार्ट-अप, आज 100 से अधिक यूनिकॉर्न ये जताता है कि ‘डिजिटल इंडिया’ की यात्रा संतोषजनक रही है। अगले 10 वर्षों में भारत के ‘टेकेड’ को कैसे आगे बढ़ाया जाए, इस पर स्टार्ट-अप्स के साथ बातचीत चल रही है।