राजधानी दिल्ली में लगाए जाएंगे 50 लाख स्मार्ट बिजली मीटर, मार्च 2025 तक पूरा होगा काम

किसी मेट्रो शहर में भी यह सबसे बड़ा स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट है. केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय के दिशा-निर्देशों पर अमल करते हुए, बीएसईएस (BSES) और एनडीपीएल ने वर्तमान में लगे बिजली के साधारण मीटरों की जगह स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया शुरू की दी है.

17 जून, 2022 को इस संबंध में एक टेंडर नोटिस जारी किया गया था, जिसमें 50 लाख स्मार्ट मीटरों की आपूर्ति के लिए आवेदन मांगे गए हैं. इतने स्मार्ट मीटर लगाने पर 4000 करोड़ रूपए तक की लागत आएगी. स्मार्ट मीटर लगाने के लक्ष्य को केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय की टाइमलाइन के मुताबिक मार्च 2025 तक हासिल कर लिया जाएगा.

अब तक देश में 40 लाख 40 हजार स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं. बीएसईएस का स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट इससे भी बड़ा है. यह 50 लाख स्मार्ट मीटरों का प्रोजेक्ट है, जिन पर अमल करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. जिन बड़े राज्यों में अभी तक स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट शुरू किए गए हैं उनमें उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा और असर जैसे राज्य हैं.

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कहां कितने स्मार्ट मीटर लगे है?

राज्यों के नाम कितने स्मार्ट मीटर लगे हैं?
उत्तर प्रदेश 11.55 लाख
बिहार 8.7 लाख
राजस्थान 5.5 लाख
हरियाणा 4.52 लाख
असम 2.38 लाख

2-3 सालों में पूरा हो जाएगा काम

भारत में या विदेशों में भी स्मार्ट मीटर लगाने के प्रोजेक्ट को पूरा करने में 5 से 8 वर्षों का वक्त लगता है, लेकिन क्षेत्र में इस प्रोजेक्ट को दुनिया में सर्वाधिक तेजी से पूरा किया जाएगा. कंपनी स्मार्ट मीटर के प्रोजेक्ट को 2 से 3 वर्षों के भीतर पूरा कर लेगी. बीएसईएस का स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट उपभोक्ताओं के लिए काफी फायदेमंद होगा. स्मार्ट मीटर की कई विशेषताएं होंगी.

बिजली खपल की मॉनिटरिंग आसान होगी :- स्मार्ट मीटर की मदद से उपभोक्ता बिजली की खपत को खुद मॉनिटर कर सकते हैं और उसका विश्लेषण भी कर सकते हैं. डिमांड साइड मैनेजमेंट पर ध्यान देकर तार्किक तरीके से बिजली की खपत कर सकते हैं और इस तरह बिल में कमी ला सकते हैं. ऑफिस में विजिट किए वगैर ही प्रिपेड बिलिंग से पोस्ट पेड बिलिंग का विकल्प चुन सकते हैं. स्मार्ट मीटर के माध्यम से लोड बढ़ाने या घटाने के लिए आवेदन कर सकते हैं. स्मार्ट मीटर में अपने इलेक्ट्रिक वाहन की चार्जिंग को मॉनिटर कर सकते हैं. इसमें रूफ टॉप सौर ऊर्जा नेट मीटरिंग को भी मॉनिटर किया जा सकता है.

टेक्नोलॉजी की मदद से सारा काम आसान हो जाएगा :- अगर बिजली आपूर्ति में कोई समस्या आती है या सेवाओं में किसी तरह का व्यवधान आता है, तो स्मार्ट मीटर इनसे संबंधित सूचना उपभोक्ता को दे देगा. स्मार्ट मीटर यह भी बता देगा कि बिजली बहाल होने में कितना वक्त मिलेगा. दूसरी ओर, स्मार्ट मीटर से डिस्कॉम को बिजली की योजना बनाने में मदद मिलेगी. स्मार्ट मीटर बिजली के लोड का अनुमान लगाने में और बिजली की शिड्यूलिंग करने में डिस्कॉम की मदद करेगी.