Agnipath Row Bihar Internet shut down: अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) को लेकर एक ओर यूवाओं का गुस्सा 16 राज्यों तक पहुंच चुका है तो दूसरी ओर राजनीतिक गलियारों में भी इस मुद्दे को लेकर बहस तेज़ हो गई है. केंद्र और विपक्ष इस मुद्दे पर लगातार घमासान कर रहे हैं.
केंद्र का आरोप है कि विपक्ष युवाओं को भड़का रहा है जबकि विपक्ष अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग पर अड़ा है. इस बीच बिहार (Bihar) में हालात संभालने के लिए 15 जिलों में इंटरनेट बंद होने से पढ़ाई लिखाई समेत सारे काम ठप पड़ गए हैं.
‘इंटरनेट बंद हुआ तो गंगा मैया ने दिया समाधान’..अग्निपथ योजना को लेकर बिहार में इंटरनेट बंद कर दिया गया है. ऐसे में बक्सर में यूवाओं ने गजब की तरकीब ढूंढ निकाली है. क्या है ये तरकीब और कैसे इंटरनेट बंद होने के बाद भी ये यूवा इंटरनेट का इस्तेमाल कर पा रहे हैं आइए बताते हैं.
दरअसल बक्सर जिले में शाम के वक्त जब गंगा घाट के किनारे युवाओं की भीड़ पहुंची तो वहां मौजूद पंडों और लोगों को लगा कि हाथ में किताबें और पेपर लिए लड़के शायद किसी परीक्षा की तैयारी करने आए हैं या फिर शाम को यूं हीं सैर करने निकले होंगे लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं था.
बिहार में यूपी का नेट..दरअसल ये भीड़ गंगा मैया के घाट पर यूपी के मोबाइल नेटवर्क में सेंधमारी लगाने आई थी. जी हां घाट पर बैठे युवा यूपी के मोबाइल नेटवर्क के सहारे इंटरनेट सेवा का इस्तेमाल कर रहे हैं. इस तरह वो अपने रोजमर्रा के काम निपटा रहे हैं. अग्निपथ पर भड़के प्रदर्शन के बाद से इंटरनेट सेवा बंद कर है इसलिए युवाओं के पास इंटरनेट चलाने का दूसरा कोई और चारा ही नहीं बचा था.
गंगा मैया की कृपा!..इसलिए ये सभी बक्सर में गंगा किनारे पहुंच गए. दरअसल बक्सर का गंगा किनारा यूपी का इलाका है, ऐसे में यूपी का नेटवर्क गंगा किनारे धड़ल्ले से काम कर रहा है. ऐसे में लोग इसे गंगा मैया की कृपा ही मान रहे हैं जो इन्हें फुल स्पीड में यूपी के जरिए इंटरनेट सेवा मिल रही है. युवाओं का कहना है कि प्राइवेट नौकरी करने वाले और जरूरी चीजों को लेकर इंटरनेट सेवा बंद होने से काफी परेशानी हो रही है ऐसे में यूपी के नेटवर्क कहीं अब सहारा है.
हालात जल्द सुधरने की उम्मीद..ये बात तो सही है कि इंटरनेट सेवाएं अफवाहों पर लगाम लगाने के लिए रोकी गई हैं. लेकिन इस फैसले से आम लोग भी परेशान हो रहे हैं जिनका पूरा काम धंधा शायद इंटरनेट के ही भरोसे चलता है. बक्सर का ये इलाका यूपी के करीब था इसलिए इन युवाओं का काम चल रहा है लेकिन बाकी जिले के लोगों का क्या हाल हो रहा होगा इसका आप सिर्फ अंदाज़ा लगा सकते हैं.