राज्य का आम बजट सोमवार को विधानमंडल में पेश किया जाएगा। उप-वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद अपना पहला बजट वित्त मंत्री के रूप में सदन के पटल पर रखेंगे। वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए इस बजट का आकार लगभग 2,15,000 करोड़ रुपये से अधिक होने की संभावना है। जो कि पिछले वित्त वर्ष 2020-21 में 2 लाख 11 हजार 761 करोड़ रुपये से अधिक है।
बजट में कोरोना महामारी के प्रभावों को दूर करने के उपायों के साथ स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, वहीं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी मुख्य बिंदु होगी। बजट में सात निश्चय पार्ट -2 के माध्यम से आत्मनिर्भर बिहार के संकल्प को महसूस करने और विशेष रूप से बिहार में गांवों की समृद्धि पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद है।
बजट को लेकर रविवार को भी तैयारियों को अंतिम रूप दिए जाने का सिलसिला चलता रहा। बीते साल के बजट में गैर योजना मद में 105995 करोड़ और योजना मद में 107766 करोड़ था। इस बार गैर योजना मद की वृद्धि की संभावना है। वहीं बजट के केंद्र में स्वस्थ बिहार की परिकल्पना दिखेगी। पीएमसीएच को विश्व प्रसिद्ध अस्पताल बनाने के लिए भी बजट में राशि का प्रावधान किया जाएगा।
शिक्षा के सबसे बड़ा कंपोनेंट रहने की उम्मीद है, जिसमें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर सरकार का फोकस है। इसके अलावा बजट में ग्रामीण विकास पर विशेष ध्यान दिए जाने की उम्मीद है। बिहार के गांव चमकेंगे। ग्रामीण संपर्कता के साथ ही जल-जीवन-हरियाली के तहत हर खेत तक पानी पहुंचाने के सरकार के संकल्प की झलक बजट में दिखेगी।
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