बीएसएनएल का नेटवर्क फेल होने से मंगलवार को लगातार दूसरे दिन स्मार्ट मीटर यूजर की परेशानी बनी रही और रिचार्ज होने के बावजूद पांच घंटे तक 3950 लोगों के स्मार्ट मीटर कनेक्शन रीकनेक्ट नहीं हो पाये. इनमें सबसे अधिक संख्या वैसे उपभोक्ताओं की थी, जो स्मार्ट मीटर लगने के बाद पहली बार रिचार्ज करवा रहे थे. साथ ही जिन्होंने स्मार्ट मीटर का बैलेंस खत्म हाेने से गुल हुई बिजली को अकाउंट रिचार्ज कर वापस लाने का प्रयास किया, उन्हें निराशा हाथ लगी.
दोपहर 11 से चार बजे तक बनी रही समस्या : समस्या सुबह 11 बजे से हुई, जब बीएसएसएल का नेटवर्कफेल हो गया. इससे पूरे एसबीपीडीसीएल के क्षेत्र में स्मार्ट मीटर का सर्वर डिस्टर्ब हो गया. अकाउंट रिचार्ज होने पर भी बिजली कनेक्शन रीकनेक्ट नहीं हो रहा था और गर्मी में बिना बिजली के पूरे दोपहर उपभोक्ता परेशान रहे.
स्मार्ट मीटर होल्डर की संख्या 3950 : शाम चार बजेतक ऐसे स्मार्ट मीटर होल्डर की संख्या 3950 तक पहुंच गयी. उसी समय कोलकाता से बीएसएनएल नेटवर्क को ठीक किया गया. उसके बाद शाम पांच बजे तक 2700 स्मार्ट मीटर कनेक्शन रीकनेक्ट हुए. इसके बावजूद 1250 लोगों के कनेक्शन रीकनेक्ट नहीं किये जा सके, जिनमें 314 पेसू प्रक्षेत्र के थे. इसी परेशानी को लेकर सोमवार को कदमकुआं ऑफिस में कहंगामा हुआ था.
शाम पांच बजे तक पेसू क्षेत्र में डिस्टर्ब स्मार्ट मीटर की संख्या
- रामकृष्णानगर 47
- खगौल 41
- दानापुर 29
- गर्दनीबाग 28
- कंकड़बाग 26
- पाटलिपुत्रा 25
- राजेंद्रनगर 22
- बांकीपुर 19
- आशियाना 18
- नूतन राजधानी 18
- डाकबंगला 17
- गुलजारबाग 16
- पटना सिटी 08
733 मेगावाट तक पहुंची पेसू की खपत : पेसू की बिजली खपत सोमवार को रिकॉर्ड 733 मेगावाट हुई. यह पेसू की अब तक की सर्वोच्च खपत है. इससे पहलेतीन जून को पहली बार 700 मेगावाट तक खपत हुई थी. पर लेकिन सोमवार रात 11 बजे बढ़ कर 700 के पुराने पीक को पार करते हुए 733 मेगावाट तक पहुंच गयी.
100% स्मार्ट मीटर वाला अरवल दूसरा डिवीजन :आशियाना के बाद अरवल एसबीपीडीसीएल का दूसरा ऐसा विद्युत डिवीजन बन गया है, जहां 100% स्मार्ट मीटर का इंस्टॉलेशन पूरा हो चुका है. बांकीपुर डिवीजन में भी काम अंतिम चरण में है और अगले माह के मध्य में यह पूरा हो जायेगा, राजेंद्रनगर में अगले माह के अंत तक इसके पूरा होने की संभावना है. पूरे एसबीपीडीसीएल के एरिया में 4,31,292 स्मार्ट मीटर का इंस्टॉलेशन हुआ है, जो 40% है. 6,18,179 घरों में अब भी स्मार्ट मीटर का इंस्टॉलेशन होना बाकी है.