बिहार में गर्मी बढ़ते ही जांडिस, बुखार और डायरिया की चपेट में आ रहे बच्चे, मरीजों की संख्या हुई दोगुनी

गर्मी और ऊमस के कारण बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता अधिक प्रभावित होती है. गंदे पानी और भोजन का सेवन करने से बच्चे जांडिस और डायरिया के शिकार हो रहे हैं तो धूप में निकलने और गर्मी लगने पर कूलर और एसी में बैठने से उन्हें बुखार हो रहा है.

मुजफ्फरपुर में गर्मी बढ़ते ही बच्चे कई तरह की बीमारियों के शिकार होने लगे हैं. इन दिनों ओपीडी में जांडिस, तेज बुखार और डायरिया से पीड़ित अधिक बच्चे आ रहे हैं. पिछले पांच दिनों में केजरीवाल अस्पताल में औसतन 600 और एसकेएमसीएच में 800 से अधिक बच्चों का ओपीडी में रोज इलाज हो रहा है, जो एक महीने पहले के मरीजों की अपेक्षा दोगुनी है.

इसके अलावा शिशु रोग विशेषज्ञों के क्लिनिकों में भी बीमार बच्चों की भीड़ बढ़ गयी है. डॉक्टरों का कहना है कि गर्मी में वायरस का प्रसार अधिक होता है.

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गर्मी और ऊमस के कारण बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता अधिक प्रभावित…बच्चों के खान-पान पर अधिक ध्यान नहीं दिया जाता. इस कारण बच्चे अधिक बीमार होते हैं. गर्मी और ऊमस के कारण बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता अधिक प्रभावित होती है.

गंदे पानी और भोजन का सेवन करने से बच्चे जांडिस और डायरिया के शिकार हो रहे हैं तो धूप में निकलने और गर्मी लगने पर कूलर और एसी में बैठने से उन्हें बुखार हो रहा है. डॉक्टरों का कहना है कि गर्मी में बच्चों का विशेष ख्याल रखना जरूरी है ताकि वे वायरस से बचे रह सके.

अस्पताल में इलाज कराने वाले बच्चों की संख्या बढ़ी…इन दिनों बच्चों में जांडिस, तेज बुखार और डायरिया का प्रकोप बढ़ गया है. केजरीवाल अस्पताल में इलाज कराने वाले बच्चों की संख्या बढ़ी है. सुखद संयोग यह है कि तेज बुखार के साथ बच्चों में चमकी नहीं है.

ऐसे मौसम में बच्चों का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है. यदि किसी बच्चे में कोई बीमारी का लक्षण दिखे तो अभिभावक को अविलंब डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए. – डॉ बीएन तिवारी, शिशु रोग विशेषज्ञ

बचाव के लिए बरतें सावधानी…हमेशा शुद्ध खाना और पानी दें।बासी भोजन बच्चों को नहीं दें।धूप में बच्चों को नहीं जाने दें।फ्रिज का ठंडा पानी नहीं दें।उबला पानी ठंडा कर पिलाएं।फलों को अच्छी तरह धोकर खिलाएं।खाली पेट नहीं रहने दें।रात में सोने से पहले खाना जरूर दें